Dehradun: उत्तराखंड एसटीएफ ने 68 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक साइबर अपराधी को मध्य प्रदेश के भोपाल से गिरफ्तार किया है. वह शेयर मार्केट, स्टॉक ट्रेडिंग की विभिन्न कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी करता था. इसमें इसके अन्य साथी भी हैं. धोखाधड़ी का शिकार पीड़ित देहरादून का रहने वाला है.
दे रहा था ट्रेडिंग की क्लास
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में देहरादून निवासी शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी कि मेलिसा नामक महिला ने व्हाट्सएप नंबर 8092661374 से मैसेज कर A7-ब्लैकरॉक इंवेस्टर अलायंस नामक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा. फिर किसी एस.रामजी (मोबाइल नंबर 7764862864) को भी ब्लैक रॉक इंडिया का चीफ स्टॉक एनालिस्ट एवं शेयर मार्केट एक्सपर्ट कहकर जोड़ा, जो व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर मार्केट ट्रेडिंग के विषय में क्लास दे रहा था.
वहीं मेलिसा नामक महिला ने लिंक के माध्यम से एक और व्हाट्सएप ग्रुप ए21 एंजेल ब्रोकिंग कस्टमर केयर में जोड़ा और एंजेल वन कंपनी का एप बताकर एंजेलबीजी ऐप डाउनलोड कराया. इसके बाद शेयर मार्केट में निवेश कर लाभ कमाने के नाम पर विश्वास में लेकर भिन्न-भिन्न लेन-देन के माध्यम से लगभग 68 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली. शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. शिकायतकर्ता की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व में विकास त्रिवेदी पुत्र संतोष त्रिवेदी निवासी 171 गोपाल नगर, किदवई नगर, कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश तथा अभिषेक मिश्रा पुत्र वीके मिश्रा निवासी 173 संजय गांधी नगर नौबसता कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश को धारा 41क सीआरपीसी के नोटिस तामील कराए गए थे.
आखिरकार पुलिस ने गुरुवार को सनमान सिंह (44) पुत्र सरदार सिंह निवासी 1112 मदर इंडिया कॉलोनी ईदगाह हिल्स थाना शाहजनाबाद, भोपाल मध्य प्रदेश को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पीओएस मशीन मय रोल व चार्जर, दो मोबाइल फोन मय सिम कार्ड, पांच चेकबुक, चार ब्लैंक चेक, दो पासबुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, दो मोहर, स्थापना का पंजीयन प्रमाण पत्र, अद्यम पंजीयन प्रमाण पत्र बरामद किया.
शातिर था अपराध का तरीका
एसटीएफ उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी कंपनी तैयार कर स्वयं को विभिन्न शेयर मार्केट, स्टॉक ट्रेडिंग कंपनी का अधिकारी-कर्मचारी बताता है और आमजन की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए व्हाट्सएप कॉल व मैसेज कर स्टॉक ट्रेडिंग, शेयर मार्केट में निवेश की जानकारी देकर लाभ कमाने का प्रलोभन देता है. उन्हें विश्वास में लेकर विभिन्न फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर लिंक के माध्यम से विभिन्न एप डाउनलोड कराकर इंवेस्टमेंट के नाम पर धोखाधड़ी की जाती है. धोखाधड़ी की धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त करते हैं.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार