National Anti Terrorism Day 2024: भारत में हर वर्ष 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti Terrorism Day) मनाया जाता है. आज ही के दिन 21 मई 1991 को आंतकी हमले में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. तब से लेकर हमारे देश में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाने लगा. आतंकवाद विरोधी दिवस का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद को खत्म करना, शांति बनाए रखना और सद्भाव को बढ़ावा देना है. यह दिवस राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने, आतंकवाद पर लगाम कसने और सभी जातियों, पंथों आदि के लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के मकसद से मनाया जाता है. इस दिन आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाया जाता है कि कैसे आतंकवाद देश को नुकसान पहुंचा रहा है.
घाटी में टूट रही आतंक की कमर
खास कर जम्मू-कश्मीर जहां कईं बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं. यहां पर कई हद तक आतंकी हमले में भारी गिरावट दर्ज की गई है. यहां के लोग दशकों से आतंक के खौफनाक साये में जीते आए हैं. यहां आतंकियों का एकमात्र उद्देश्य ये है कि आम लोगों के मन में डर पैदा करना. केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटने के बाद अब कश्मीर की तस्वीर बिल्कुल बदल गई है. यहां न केवल अलगाववाद व पत्थरबाजी खत्म हुई बल्कि आतंकवाद पर भी अंकुश लगा. कभी अलगाववादियों के गढ़ कहे जाने वाला लाल चौक का स्वरूप अब बिल्कुल बदल चुका है. 370 खत्म होने के बाद केंद्र सरकार ने आतंकी घटनाओं के विरुद्ध जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाई और आतंकी नेटवर्क नष्ट किये गए. सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2018 से 2022 के बीच आतंकी गतिविधियों में 45.2% की कमी देखने मिली है.
आतंकी संगठनों में स्थानीय लोगों की भर्ती में कमी
जम्मू-कश्मीर में युवाओं को आतंकवाद के खिलाफ जागरूक करने की वजह से आतंकी संगठनों में स्थानीय स्तर पर भर्तिया बेहद कम हो गई हैं. आतंकवाद में स्थानीय भर्ती में 80% की बड़ी गिरावट आई है. जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख आरआर स्वैन के अनुसार आतंकी संगठनों में स्थानीय लोगों की भर्ती के आंकड़े :-
वर्ष, आतंकी संगठनों में स्थानीय लोगों की भर्ती
2017- 126
2018- 218
2019- 126
2020- 167
2021- 128
2022- 130
2023- 22
आतंकी हमले में गिरावट
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में सुरक्षा बलों के मुठभेड़ में सर्वाधिक आतंकी मारे गए. लोकसभा में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया था कि जम्मू और कश्मीर में 2019 के बाद आतंकी हमले और गतिविधियों में काफी गिरावट हुई है. गृह राज्यमंत्री की आंकड़ों के अनुसार:-
वर्ष, आतंकी हमले, मारे गए आतंकी
2018- 417
2019- 154- 154
2020- 244- 221
2022- 242- 172