लोकसभा चुनावों के छठे चरण को लेकर बंगाल में चुनाव की तैयारियां तेज हैं. प्रधानमंत्री मोदी कोलकाता में रोड शो निकालने वाले हैं वहीं इस दौरान साधु संतों ने नंगे पैर रास्ते पर पदयात्रा निकालने का ऐलान किया है. बता दें कि यह पदयात्रा सीएम ममता बनर्जी के बयान के विरोध में निकाली जा रही है जिसमें रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम जैसे धार्मिक संस्थान प्रमुखता से भाग लेंगे.
विश्व हिंदु परिषद की मानें तो मतदान से पहले शुक्रवार को साधु संत समाज कोलकाता के गिरीश एवेन्यू से विवेकानंद के जन्मस्थान तक पदयात्रा निकालेंगे. इसे संत स्वाभिमान यात्रा का नाम दिया गया है. बता दें कि सीएम ममता के विवादित बयान पर पीएम मोदी की तरफ से एक जनसभा में कहा गया था कि इस्कॉन, भारत सेवाश्रम, रामकृष्ण मिशन बंगाल की आध्यात्मिक पहचान के रूप में जाने जाते हैं.
मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर कहा गया कि वो हिंदू संतों को धमकी दे रही हैं. उन्हीं के बयान के बाद रामकृष्ण मिशन के आश्रम पर हमला हुआ. कर्मचारियों को पीटा गया और उनके साथ बुरा बर्ताव करते हुए धमकियां भी दी गईं. जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद की तरफ से एक्शन लेते हुए उनके भड़काउ बयान के खिलाफ पदयात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है.
खबरों की मानें तो पूरे जुलूस में साधु संत नंगे पाव ही रहेंगे. उनकी तरफ से आम जनता से भी संगठनों के नियमों के मुताबिक यात्रा में शामिल होने की अपील की गई है. साथ ही सभी से इस पदयात्रा से जुड़ने के लिए आह्वान भी किया गया है.