नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों के नतीजों से पहले चुनाव आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई है. इस बीच आयोग की तरफ से खड़े होकर साल 2024 में भाग लेने वाले सभी वोटर्स का अभिवादन किया गया. मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार कुल 64.2 मिलियन मतदाताओं ने वोट देकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है. ये रिकॉर्ड ऐतिहासिक होने के साथ काफी खास भी है. यह सभी जी7 मतदाताओं 1.5 गुना और यूरोपियन यूनियन के मुकाबले 27 देशों से 2.5 गुना अधिक है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीईसी राजीव कुमार ने बताया कि इस बार चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए कामों के चलते हमारी तरफ से पुनर्मतदान किए गए. यह उन चुनावों में से एक है जहां हिंसा कम देखी, यह दो साल की तैयारी का ही परिणाम है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोले गए जरूरी बिंदु
देश में इस बार लोकसभा चुनावों में 31.2 करोड़ महिलाओं के साथ कुल 64.2 करोड़ मतदाताओं की भागीदारी के साथ वैश्विक रिकॉर्ड बनाया.
दुनिया की इस सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया में इस बार 68 हजार से अधिक निगरानी दल, 1.5 करोड़ पोलिंग एवं सुरक्षाकर्मियों ने भागीदारी की है.
2024 के लोकसभा चुनाव करवाने में तकरीबन चार लाख वाहन, 135 खास ट्रेनें और 1,692 हवाई उड़ानों को प्रयोग में लाया गया.
इस बार 2024 के इलेक्शन में केवल 39 पुनर्मतदान हुए, इससे पहले 2019 में 540 पुनर्मतदान आयोजित करवाए गए थे.
बताया गया कि इस बार जम्मू-कश्मीर में चार दशकों में सबसे ज्यादा मतदान हुआ, वहां कुल 58.58 प्रतिशत और घाटी में 51.05 प्रतिशत वोटिंग हुई.
आम चुनावों के दौरान नकदी, फ्री गिफ्ट, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती हुई. वहीं 2019 में यह आंकड़ा 3,500 करोड़ रुपये था.
लोकसभा चुनावों के बीच आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 495 शिकायतें दर्ज हुई थी जिसमें से 90 प्रतिशत से अधिक का समाधान किया गया.
चुनाव प्रक्रिया को ठीक बनाने के लिए चुनाव आयोग ने शीर्ष नेताओं को नोटिस जारी किए गए, कई के खिलाफ FIR दर्ज की गई और मुख्य अधिकारियों का तबादला किया गया.
आचार संहिता के दौरान सभी डबलपमेंट के कार्य रुक जाते थे, चुनाव आयोग ने 95-98 प्रतिशत परियोजनाओं में आवेदन के 48 घंटे के अंदर मंजूरी दी गई.