Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा को कोटद्वार से भी संचालित करने की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश में तीर्थाटन के साथ-साथ पर्यटन भी बढ़े और दोनों एक-दूसरे के कारण प्रभावित न हों, यही फोकस किया जा रहा है.
गुरुवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों की बैठक ली. इसके बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चारधाम यात्रा प्रबंधन को और अधिक बेहतर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. पौराणिक और पारंपरिक रूट के साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग से जुड़े जिले पौड़ी के कोटद्वार को भी इससे जोड़ने की तैयारी की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कुछ नए मार्ग चिन्हित करने और पुराने मार्गों को और चौड़ा करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीर्थाटन के साथ-साथ पर्यटन भी बढ़े और दोनों एक दूसरे के कारण प्रभावित न हों यही फोकस किया गया है. मुख्यमंत्री ने यमुनोत्री धाम की धारण क्षमता बढ़ाने को कार्ययोजना तैयार करने और यात्रा प्राधिकरण को लेकर भी निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा अभी मुख्य रूप से हरिद्वार-ऋषिकेश से संचालित होती है. यहां पर बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने के चलते जाम की समस्या भी बढ़ी है. ऐसे में चारधाम यात्रा का संचालन किस तरह से कोटद्वार से किया जा सकता है, इसकी भी संभावनाएं तलाशी जाएं. इसी के साथ ही अधिकारियों को चारधाम प्रबंधन यात्रा प्राधिकरण के गठन को लेकर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम व केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य किये जा रहे हैं. साथ ही ऑल वेदर रोड के निर्माण के बाद चारधामों की यात्रा अधिक सुगम व सुरक्षित हुई है. इसके साथ-साथ विभिन्न धामों में धारण क्षमता को भी बढ़ाया जा रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार