हरिद्वार: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनिवार को श्रद्धालुओं ने हर की पौड़ी ब्रह्म कुण्ड समेत गंगा के घाटों पर डुबकी लगा पुण्य लाभ अर्जित किया.
लोगों ने स्नान के पश्चात दान आदि कर्म किए. मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के बाद पूजा व दान करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को सबसे पवित्र और शुभ माना जाता है.ज्येष्ठ पूर्णिमा पर आज तड़के से ही गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी.
प्रातः से आरम्भ हुआ स्नान का सिलसिला अनवरत चलता रहा. हर की पौड़ी पर सबसे अधिक भीड़ रही.
वीकेंड होने के कारण तीर्थनगरी में आज खासी भीड़ रही. बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे. श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण राजमार्ग पर जाम की स्थिति बनी रही.
भीषण गर्मी में पुलिस कर्मी यातायात व्यवस्था सुचारू करते दिखे.
पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत माता लक्ष्मी को समर्पित होता है. इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से सारे मनोरथ पूरे होते हैं.
उन्होंने बताया कि आज ही ज्येष्ठ पूर्णिमा और वट पूर्णिमा का व्रत है. इसको करने से सुख, समृद्धि बढ़ेगी. इसके साथ ही वैवाहिक जीवन भी सुखमय होता है. वट पूर्णिमा व्रत करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.यह व्रत सुहागन महिलाएं ही करती हैं. इस दिन वट वृक्ष, देवी सावित्री और उनके पति सत्यवान की पूजा की जाती है.
ज्येष्ठ अमावस्या को पड़ने वाले वट सावित्री व्रत के समान ही वट पूर्णिमा व्रत भी रखा जाता है.
हिन्दुस्थान समाचार