नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की सोमवार से शुरुआत हो चुकी है. इससे पहले आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई. बता दें कि 3 जुलाई तक चलने वाले सत्र के शुरुआती दो दिन सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. वहीं बुधवार को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. इसी सत्र के दौरान महामहीम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी.
प्रोटेम स्पीकर के लिए संवीधान के प्रावधान
इस बार प्रोटेम स्पीकर के पद पर भर्तृहरि महताब को चुना गया है. राष्ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत भाजपा सांसद को स्पीकर के रूप में चुना गया है. वहीं संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू ने बताया कि स्पीकर का चुनाव होने तक यहीं पीठासीन अधिकारी के रूप में सभी कार्यों को संभालेंगे. बता दें कि पहले राष्ट्रपति प्रोटेम स्पीकर को नियुक्त करता है. इसके बाद प्रोटेम स्पीकर की अध्यक्षता में ही सभी सांसद लोकसभा के सदस्य पद की शपथ ग्रहण करते हैं. शपथ ग्रहण के बाद लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का चुनाव होता है.
भर्तृहरि महताब का परिचय
भर्तृहरि महताब नाम इन दिनों काफी खबरों का हिस्सा रहा है, ये लोकसभा चुनाव से पहले बीजू जनता दल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. कुछ वक्त पहले ही पार्टी से उन्होंने इस्तीफा दिया था जिसके पीछे की वजह कामकाज से असंतुष्ट होना बताया गया था. बीजद की सीट पर सन 1998 सीट से कटक सीट से 6 बार चुनाव जीत चुके हैं. इस बार उन्होंने बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ा था जिसमें बंपर वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.
क्यों नियुक्त होते हैं प्रोटेम स्पीकर
बता दें कि प्रोटेम स्पीकर को संसद के अस्थाई सदस्य के रूप में नियुक्त किया जाता है. लोकसभा के अध्यक्ष के चुनाव से पहले ही इसे चुना जाता है. प्रोटेम स्पीकर का काम नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाना होता है साथ ही स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया को संचालित करना भी होता है. स्पीकर के चयन के बाद यह जिम्मेदारी खुद ही समाप्त हो जाती है.