नई दिल्ली: कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को लोक सभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कल आपातकाल पर उनकी ओर से दिए गए वक्तव्य पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि स्पीकर की कुर्सी दलगत राजनीति से ऊपर है.. अध्यक्ष ने कल स्वीकृति भाषण के बाद अपने संदर्भ में राजनीतिक टिप्पणियों के साथ जो कहा वह संसदीय परंपराओं का उपहास है.
उल्लेखनीय है कि कल लोकसभा में अध्यक्ष पद पर चुने जाने पर वक्तव्य देने के बाद अध्यक्ष बिरला ने आपातकाल पर निंदा प्रस्ताव सदन में रखा. इस दौरान उन्होंने आपातकाल को लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ बताया और कहा कि देश को आपातकाल की समाप्ति पर दूसरी आजादी मिली थी. उनके वक्तव्य के बाद आपातकाल से प्रभावित लोगों के लिए संवेदना प्रकट करते हुए मौन रखा गया था.
इसी संदर्भ मे आज कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने लोक सभा अध्यक्ष को पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कल के घटनाक्रम को संस्था की विश्वसनीयता पर प्रभाव डालने वाला गंभीर मामला बताया.उन्होंने लिखा कि कल 26 जून को, लोक सभा अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन पर बधाई देने के समय, सदन में एक सामान्य सौहार्दपूर्ण माहौल था.
उन्होंने कहा कि इस सौहार्दपूर्ण माहौल के बाद आधी सदी पहले आपातकाल की घोषणा का उल्लेख बहुत ही चौंकाने वाला है.अध्यक्ष की ओर से इस तरह का राजनीतिक उल्लेख संसद के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. नवनिर्वाचित अध्यक्ष के रूप में यह उल्लेख और भी गंभीर हो जाता है.
हिन्दुस्थान समाचार