देहरादून: उत्तराखंड के मंगलौर और बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को उप चुनाव होना है. चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस तैयारियां तेज हो गई है. इन दिनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. दरअसल, कांग्रेस ने विधानसभा उप चुनाव को लेकर चुनाव आयोग में कांग्रेस ने शिकायत की है. वहीं भाजपा ने कांग्रेस की शिकायतों को झूठ का पुलिंदा और इसे हार से पहले की बहानेबाजी बताया है.
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने पार्टी मुख्यालय में गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस को मंगलौर और बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवारों की हार का अंदाजा हो गया है. यही वजह है कि उन्होंने हार को लेकर बहानेबाजी की शुरुआत चुनाव आयोग से झूठी शिकायत के साथ कर दी है. उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद और अनर्गल प्रलाप बताया और कहा कि कांग्रेस को प्रचार के लिए अपने प्रदेश प्रभारी का समय नहीं मिल पा रहा है. उनको चुनाव में जुटने के लिए नेता और कार्यकर्ता ढूंढे नहीं मिल रहे हैं. वहीं मुद्दाविहीन होने से कांग्रेस की विश्वनीयता संदेह के दायरे में है. दूसरी तरफ भाजपा कैडर आधारित विश्व का सबसे बड़ा संगठन है. कार्यकर्ताओं का अतुलनीय सामर्थ्य उम्मीदवारों के साथ है. लिहाजा कांग्रेस के पास चुनाव के लिए टीम नहीं है तो इसके लिए किसी के प्रति खीज उतारकर चुनाव आयोग में शिकायत नहीं की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि दोनों विधानसभा की जनता क्षेत्रीय विकास के लिए भाजपा के पक्ष में मतदान करने वाली है, जिसका कांग्रेस को भी बखूबी अहसास हो गया है. विकास के लिए जनता डबल इंजन की सरकार को तबज्जो देती रही है. उतराखंड को सीधे तौर पर इसका लाभ मिला है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी इस हकीकत को जानती है और सुनियोजित तरीके से उन्होंने अभी से हार को लेकर भूमिका तैयार करनी शुरू कर दी है. चुनाव मैदान में टिके रहने के लिए कांग्रेस झूठे आरोप और अफवाह का सहारा ले रही है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में जनता ने उसे इसका दंड भी दिया. उन्होंने कहा कि अब तक ईवीएम पर दोष देने वाली कांग्रेस ने अब पैंतरा बदलकर मशीनरी और धन बल का बहाना शुरू किया है. बेहतर होता कि कांग्रेस शिकायतों के बजाय जनता से रायशुमारी करती तो उसे जमीनी हकीकत का पता निश्चित रूप से लग जाता.
हिन्दुस्थान समाचार