नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर गुरुवार को राष्ट्रपति संपदा में स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय विद्यालय की कक्षा नौ के विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाया.
राष्ट्रपति ने एक शिक्षिका की भूमिका निभाते हुए विद्यार्थियों से वैश्विक समस्या ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण प्रदूषण को लेकर चर्चा की.उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि हमें छह ऋतुओं के बारे में पढ़ाया जाता है, लेकिन हम ग्लोबल वार्मिंग के कारण केवल तीन गर्मी, ठंड और वर्षा का ही अनुभव करते हैं। उसमें भी खासकर गर्मी रहती है, उसका कारण ग्लोबल वार्मिंग है.
राष्ट्रपति ने ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपायों के बारे में विद्यार्थियों के सुझाव लिये. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति विद्यार्थियों काे जागरूक किया. उन्होंने जल संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया तथा जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए उन्हें अधिकाधिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया. मुर्मू ने कहा कि हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए. हमें पानी की बर्बादी को कम करने और वर्षा जल संचयन के माध्यम से इसे संरक्षित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए.
उन्होंने पानी के जल संरक्षण पर भी जोर दिया. पानी को बहने से बचाने, जरूरत से ज्यादा पानी की बर्बादी रोकने और पीने के पानी का इस्तेमाल केवल पीने में करने तथा वर्षा जल संरक्षण के लिए पिट बनाने की बात कही.
राष्ट्रपति ने ग्लोबल वार्मिंग के कारणों पर भी चर्चा की और उद्योग लगाने के लिए पेड़ों के अधिक काटे जाने पर चिंता जताई. उन्होंने घरों में एसी के इस्तेमाल को कम करने और जंगल को सुरक्षित रखने की जरूरत पर बल दिया. साथ ही वायु प्रदूषण पर भी चर्चा की और इसे कम करने के उपायों के बारे में बताया.
अपने संवाद की शुरुआत में राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से उनका नाम जाना और भविष्य में वे क्या बनना चाहते हैं, इसको लेकर प्रश्न किये. राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि विद्यार्थी अन्य विषयों के अलावा वैज्ञानिक और डॉक्टर बनने की आकांक्षा रखते हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हाल ही में शुरू की गई ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के बारे में भी बात की और विद्यार्थियों से अपने जन्मदिन पर एक पेड़ लगाने का आह्वान किया.
हिन्दुस्थान समाचार