संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने लगातार ग्लोबल वॉर्मिंग की मार झेल रही पृथ्वी के प्रति अपनी कई चिंताएं दुनिया के सामने रखी हैं, साथ ही इस विषय को लेकर चेताया भी है. उन्होंने जलवायु परिवर्तन के मु्द्दे को लेकर कहा है कि इन दिनों कई देशों की गर्मी चरम पर पहुंच गई है. अगर इस पर सामुहिक रूप से ध्यान नहीं दिया गया तो पूरी दुनिया को इसकी बड़ी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
यूएन चीफ गुटेरेस का यह बयान हाल ही में आया जब दुनिया में अब तक का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया. इस पर उन्होंने कहा कि हमें इस मुद्दे को गंभीरता के साथ एक चुनौती की तरह भी देखना चाहिए. ऐसे कई कारण हैं जोकि हीटवेव के दिनों को बढाने के लिए जिम्मेदार हैं.
आंकड़े शेयर करते हुए गुटेरेस ने कहा कि इस बार साल में कई लोगों की जान केवल भीषण गर्मी के होने की वजह से ही गई है. अकेले हज यात्रा पर इस बार 1300 लोगों की जान हीटवेव ने ले ली थी. इसके साथ अफ्रीका और एशिया के करोड़ों बच्चों को स्कूलों को बंद किया गया है. ये आंकड़ें कम हो इसके लिए ठोस कदम उठाना जरूरी हो गया है.
यूएन प्रमुख ने जीवाष्म ईंधन के प्रयोग को कम और बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षा को मजबूत करने का आह्वान किया है साथ ही काम करने वाले श्रमिको की सुरक्षा के लिए बड़े फैसले लेने की अपील की है.
सामने आए डाटा पर एक नजर डालें तो दुनियाभर के 2.3 करोड़ लोग काम की जगह पर कई समस्याओं का सामना करते हैं. इसी के चलते हर साल 19 हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हो जाती है. गुटेरेस ने कहा कि श्रमिकों के लिए सुरक्षित और हेल्दी वातावरण होना जरूरी है ताकि उनके मानवाधिकारों की रक्षा हो सके.