उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड में इन दिनों सरकारी जमीनों पर बनीं अवैध संपत्तियां सरकार के पैरों का कांटा बनी हुई हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या मजारों की है जो की कट्टरपंथियों द्वारा जमीनों पर कब्जा कर बनाई जा रही हैं. इनमें से कई संवेदनशील जगहों पर बना दी गई है जोकि प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं.
सरकार के एक्शन में आने से कुछ हद तक अवैध कब्जों पर लगाम लगी है मगर इसकी जड़े गहराई तक फैल गई हैं. हल्द्वानी में कैंट एरिया के पास विनायक संपत्ति के नजदीक एक मजार बना दी गई. वहीं काठगोदाम रेलवे स्टेशन के पीछे वन भूमि पर मजार और एक आलिशान प्रोपर्टी बना दी गई. इसे लेकर अब वन विभाग की तरफ से नोटिस जारी किया गया है.
बता दें कि सड़क चौड़ीकरण के लिए काठगोदाम रेलवे परिसर के पास बनी एक मजार जोकि काफी समय से झाडियों में छिपी थी अब सामने आई है. इसे लेकर हिंदू संगठनों की तरफ से विरोध जताया गया है. जब सड़क बनाने का काम शुरू हुआ तब यह मामले प्रकाश में आया. मजार शिफ्ट करने की एवज में भूमि देने की बात उठी तब हिंदू संगठनों की तरफ से विरोध किया गया.
इस समय हल्द्वानी के राजपुरा इलाके में एफसीआई के गोदाम में, राजपुरा में, हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से आगे बनभूलपुरा क्रॉसिंग के पास मजार बना दी गई है. साथ ही हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के अदंर, बरेली रोड शमा रोस्टोरेंट के पीछे, पेट्रोंल पंप के पास मजार बना दी गई है मगर यह कब, कैसा बनी और किसने इसे बनाया? इसे लेकर कोई खबर नहीं हैं. इन मजारों के ईर्द-गिर्द अवैध कलोनी बसा दी गई हैं. इसे लेकर स्टेंप पेपर पर खरीद फरोख्त का धंधा चल रहा है.