टिहरी: उत्तराखंड में गंगोत्री से लौटते समय बूढ़ाकेदार क्षेत्र में रास्ता भटके 21 कावड़ियों के समूह को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. पुलिस के अनुसार आपदा कंट्रोल रूम को रात करीब नौ बजे इनके बूढ़ाकेदार से करीब तीन किलोमीटर दूर झाला में फंसे होने की सूचना मिली. इस सूचना पर एसडीआरएफ की टीम झाला के लिए रवाना हुई.
बताया गया है कि इलाके में सड़कों की हालत खराब होने के कारण टीम ने पैदल ही उस स्थान तक पहुंच बनाई. टीम ने सभी 21 कावड़ियों को तेज बारिश के बीच दुर्गम पहाड़ी मार्ग और उफनती नदी के किनारे से सुरक्षित बाहर निकाला. सभी को यहां से बूढ़ाकेदार बस स्टैंड पर पहुंचाया गया. वहां उनके लिए खाने और रहने की व्यवस्था की गई.
कांवड़ियों ने इंस्पेक्टर दीपक जोशी और एसडीआरएफ टीम के सदस्यों की तत्परता और समर्पण की सराहना की है. दीपक जोशी ने बताया कि कमांडेंट मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में यह अभियान चला. सोमवार सुबह 6:12 बजे तक सभी 21 कावड़ियों को सकुशल रेस्क्यू किया गया.
इन कावड़ियों को निकाला गया- (1) आकाश कुमार पुत्र तालेवर सिंह, (2) सोनू पुत्र हंसराज सिंह, (3) सुमित कुमार पुत्र जयदेव सिंह, (4) आकाश कुमार, पुत्र रोहतास सिंह, (5) मोहित कुमार पुत्र उदल सिंह, (6) सचिन कुमार पुत्र टीकम सिंह, (7) संजय कुमार पुत्र हरपाल सिंह, (8) सौरव कुमार पुत्र कलवा सिंह, (9) महेंद्र कुमार पुत्र हुकम सिंह, (10) परवेंद्र पुत्र खूबी सिंह, (11) बबलू कुमार पुत्र प्रेम सिंह, (12) सुनील कुमार पुत्र गोविंदा, (13) अमित कुमार गुप्ता पुत्र शिवदत्त गुप्ता, (14) सुशील कुमार पुत्र गोविंद सिंह, (15) विक्रम सिंह पुत्र हरपाल कुमार, (16) मनीष पुत्र राजेश, (17) ललित कुमार पुत्र वीरेंद्र सिंह, (18) सुभाष पुत्र कुररी सिंह, (19) आशीष पुत्र सुरेंद्र कुमार, (20) भूपेंद्र पुत्र रमेश चंद्र, (21) राजू, पुत्र डालचंद्र.
हिन्दुस्थान समाचार