वायनाड: केरल के वायनाड जिले में आई प्रलयकारी जल आपदा से सारा देश सदमे में है. जल सैलाब की चपेट में आए तीन गांवों के लोगों की खोजबीन जारी है. पल-पल हताहतों की संख्या बढ़ रही है. केरल स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अब तक 338 से अधिक शव मिल चुके हैं. साथ ही 280 लोग अभी भी लापता है.
वायनाड केरल का पहाड़ी जिला है.यहां की विथिरी तालुका में मूसलाधार बारिश के बीच कुछ घंटे के अंतराल में दो बार हुए भूस्खलन ने तीन गांवों को जमींदोज कर दिया. पानी का सैलाब लोगों को बहा ले गया है.
#WATCH | Kerala: Search and rescue operations continue at landslide-affected Mundakkai, Chooralmala in Wayanad.
Death toll stands at 308, as per Kerala Health Minister pic.twitter.com/G8thUNhWcC
— ANI (@ANI) August 2, 2024
केरल के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि अब तक 3 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है. भारी बारिश के बीच कीचड़, चट्टानों और पेड़ों के बड़े-बड़े टुकड़ों की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. चूरलमाला को मुंडक्कई के बीच जो पुल ढह गया था उसे सेना के जवान फिर से बनाने में जुटे हैं. जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आ सके.
वायनाड से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वह उस तबाही की कहानी बयां कर रही हैं जिसने केरल ही नहीं बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. दरअसल, सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात वायनाड में जबरदस्त बारिश आफत बन गई. रात एक बजे से 5 बजे के बीच तीन बार लैंडस्लाइड हुई और इससे पहाड़ के नीचे चेलियार नदी के कैचमेंट में बसे चार खूबसूरत गांव चूरलमाला, अट्टामाला, नूलपुझा और मुंडक्कई में तबाही आ गई.
बड़े-बड़े पत्थर और मलबे में गांव के गांव चपेट में आ गए. कुछ ही देर में सैकड़ों घर मलबे का ढेर बन गए. सैलाब के रास्ते में जो आया बहता चला गया. पेड़ तक जड़ से उखड़ते चले गये. बड़े-बड़े पत्थर और मलबे में गांव के गांव चपेट में आ गए. कुछ ही देर में सैकड़ों घर मलबे का ढेर बन गए.
हिन्दुस्थान समाचार