तोक्यो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले माह यूक्रेन यात्रा की संभावना से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत आगामी भविष्य में यूक्रेन और रूस के साथ संपर्क और अधिक बढ़ाएगा क्योंकि दोनों पक्षों से बातचीत करने वाले देशों का इस तरह का संपर्क उनके बीच संघर्ष को सुलझाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
जयशंकर ने कहा कि भारत का मानना है कि संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकलेगा.
विदेश मंत्री ने जापान के राष्ट्रीय प्रेस क्लब में एक चर्चा सत्र के दौरान कहा, हम मानते हैं कि हमें रूस और यूक्रेन में अधिक सक्रिय होना चाहिए.
Speaking to the press in Tokyo. https://t.co/aShYL1jcuK
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 29, 2024
अगले महीने मोदी की संभावित कीव यात्रा की खबरों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, मैं उम्मीद कर सकता हूं कि हमारे और यूक्रेन के बीच तथा हमारे और रूस के बीच भी और अधिक संपर्क होंगे. विदेश मंत्री ने कोई विशिष्ट उत्तर देने से इनकार करते हुए कहा, हम, किसी भी सरकार की तरह, सही समय पर सही माध्यमों से अपनी स्थिति स्पष्ट करते हैं.
जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन-रूस संघर्ष को समाप्त करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, आज हमारी भावना यह है कि और अधिक कार्य किए जाने की आवश्यकता है और हमें संघर्ष की मौजूदा स्थिति जारी रहने को स्वीकार नहीं कर लेना चाहिए तथा यह नहीं कहना चाहिए कि ‘इसे अपने हिसाब से चलने दें और हमें विश्व के अन्य भागों में होने वाली घटनाओं का इंतजार करना चाहिए ताकि किसी प्रकार का समाधान निकाला जा सके.
जयशंकर ने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह उन देशों के लिए महत्वपूर्ण है जो रूस और यूक्रेन दोनों के संपर्क में हैं, क्योंकि बहुत से देश वास्तव में दोनों पक्षों से बात नहीं कर रहे हैं.
जयशंकर ने कहा कि भारत का मानना है कि यह महत्वपूर्ण है कि हर कोई वह सब कुछ करे जो वह कर सकता है, ताकि कुछ सुधार हो और चीजें युद्ध के मैदान से निकलकर बातचीत की मेज पर आये.
हिन्दुस्थान समाचार