Kanwar Yatra 2024: कांवड़ मेला पूरी तरह अपने चरम पर पहुंच चुका है. गंगा घाटों से लेकर हाईवे तक भगवे रंग में रंगा नजर आ रहा है. सोमवार तक 62 लाख कांवड़ यात्री गंगाजल भरकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हो चुके हैं. बीते आठ दिनों के अंदर कांवड़ियों की संख्या एक करोड़ 83 लाख 40 हजार पहुंच गई है. इस दौरान 47 कांवड़ियों को डूबने से बचाया गया है और एक कांवड़िया डूबकर लापता हो गया.
धर्मनगरी में पैदल जाने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या में कमी आई आने के साथ ही डाक कांवड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा है. हरिद्वार से जाने और आने वाले रास्तों पर डाक कांवड़ियों का कब्जा है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि सोमवार की शाम छह बजे तक 62 लाख कांवड़ यात्री गंगाजल भरकर रवाना हुए हैं. आठ दिन में एक करोड़ 83 लाख 40 हजार कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों की ओर जा चुके हैं. अलग-अलग जगहों से गंगा में डूबते हुए 47 यात्रियों को जल पुलिस, एसडीआरएफ की टीमों ने बचाया है. एक लापता हुआ है.
इस बार शिवरात्रि दो अगस्त को है. शिवरात्रि पर्व पर गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा. दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले अधिकांश कांवड़ यात्री अपने गंतव्यों के नजदीक पहुंच चुके हैं. डाक कावड़ आने से रुड़की बाईपास पर भी पैदल कांवड़ यात्रियों की संख्या कम होने लगी है. डाक कांवड़ के लिए पुलिस प्रशासन ने अलग से प्लान तैयार किया है, ताकि आमजन को कोई असुविधा न हो. डाक कांवड़ के वाहनों की गति पर नियंत्रण के लिए पुलिस की ओर से योजना बनाई गई. पुलिस अधीक्षक देहात एसके सिंह ने बताया कि डाक कांवड़ को लेकर खास तैयारियां की गईं ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. डाक कांवड़ के कारण कोई दुर्घटना न हो. इसके लिए सभी चौक और तिराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. कांवड़ पटरी पर यात्रियों की संख्या कम हो गई है. डाक कांवड़ को देखते हुए पटरी पर तैनात फोर्स को अब हाईवे की व्यवस्था संभालने के लगाया जा रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार