भारतीय शूटर स्वप्निल कुसाले ने अपने पहले ही ओलंपिक में इतिहास रच दिया है। उन्होंने कांस्य पदक जीता है। स्वाप्निल ने ये शूटिंग की 50 मीटर राइफल-3 इवेंट में यह कमाल कर दिखाया है। पेरिस ओलंपिक में अब तक भारत ने अब तक तीन मेडल जीते हैं और ये तीनों ही निशानेबाजी में आए हैं। स्वप्निल कुसाले ने फाइनल मैच में युक्रेन के शेरी कुलिश के खिलाफ करीबी मुकाबले में ये कांस्य पदक अपने नाम किया है।
स्वप्निल कुसाले पुरुषों की 50 मीटर राइफल-3 पोजीशन में पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय निशानेबाज बन गए हैं। आइए जानते हैं कि स्वप्निल कुसाले कौन हैं, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में ये ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है।
कौन हैं स्वाप्निल कुसाले?
स्वप्निल कुसाले पुणे के रहने वाले हैं और किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। स्वाप्निल ने 2009 से निशानेबाजी में अपने करियर की शुरुआत की थी। उनके पिता ने महाराष्ट्र के प्राथमिक क्रीड़ा प्रबोधिनी में उनका दाखिला कराया। निशानेबाजी में कदम रखने के बाद स्वाप्निल ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और 2013 में ही उन्हें लक्ष्य स्पोर्ट्स से स्पॉन्सशिप भी मिली।
ये उपलब्धियां कुसाले के नाम
स्वप्निल ने अपना पहला पदक 2015 के एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में जीता था। कुवैत में आयोजित इस टूर्नामेंट में स्वप्निल ने 50 मीटर राइफल प्रोन-3 की स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर सभी को दंग कर दिया था। इसके बाद स्वप्निल ने गगन नारंग और चैन सिंह जैसे स्टार निशानेबाजों को पीछे छोड़ते हुए 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैम्पियनशिप अपने नाम की थी। इसके अलावा उन्होंने तिरुवनंतपुरम में 61वीं राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भी अपना दबदबा बनाते हुए 50 मीटर राइफल पोजीशन-3 में स्वर्ण पदक जीता।
ऐसे मिला ओलंपिक का कोटा
स्वप्निल कुसाले ने 2022 में काहिरा में हुई विश्व चैंपियनशिप में चौथा स्थान हासिल किया था। विश्व चैंपियनशिप में उनके इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें भारत के लिए ओलंपिक कोटा मिला था। ओलंपिक में कोटा पाने के बाद भी स्वप्निल ने 2022 के एशियाई खेलों की टीम स्पर्धा में स्वर्ण, 2023 के विश्व कप में मिश्रित टीम इवेंट में स्वर्ण और व्यक्तिगत 2 रजत पदक अपने नाम किया था।