महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वक्फ बोर्ड (संशोधन) विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा था. अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने ठाकरे पर पलटवार किया है.
उन्होंने यह भी पूछा था कि जब भाजपा पूर्ण बहुमत में थी तो इसे पारित क्यों नहीं किया गया. इसका जवाब देते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के प्रवक्ता और ठाणे के सांसद नरेश म्हस्के ने शुक्रवार को कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे का विरोध महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटों को बरकरार रखने की उनकी इच्छा से प्रेरित है.
उन्होंने यह भी पूछा कि ठाकरे राम जन्मभूमि मंदिर का विरोध क्यों कर रहे हैं. म्हस्के ने लोकसभा चुनाव के संदर्भ में कहा, ‘‘ठाकरे का रुख आगामी चुनाव में मुस्लिम वोटों को बरकरार रखने की इच्छा से प्रेरित है. लोकसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) ने मुस्लिम बहुल कई सीट पर वोट हासिल किए थे.”
म्हास्के ने कहा कि संसद में पेश वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का उद्देश्य वंचित मुस्लिम समुदायों को न्याय दिलाना है. म्हास्के ने ठाकरे पर आगामी चुनाव में कुछ धार्मिक समूहों का समर्थन खोने के डर से विधेयक का विरोध करने का आरोप लगाया.
आपको बता दें कि इससे पहले ठाकरे ने वक्फ बोर्ड (संशोधन) विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा था, ‘‘क्या आप हमारे बीच झगड़ा कराने के लिए वक्फ विधेयक ले कर आए हैं? और यदि आपको इसे लाना ही था तो आपने बहुमत होने पर ऐसा क्यों नहीं किया? मेरे संसद सदस्य वहां नहीं थे क्योंकि वह मेरे साथ थे. अगर इस पर चर्चा होनी होती तो हमारे सांसद इसमें हिस्सा लेते.”
यही नहीं ठाकरे ने अयोध्या में भूमि सौदों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग करते हुए बीजेपी पर हिंदू मंदिरों से जमीन लेकर अपने ठेकेदार मित्रों को देने का आरोप लगाया था.