रुद्रप्रयाग: आपदा की यादों को पीछे छोड़ते हुए केदारनाथ धाम यात्रा फिर से सुचारू हो गई है. गुरुवार को सोनप्रयाग से बड़ी संख्या में भक्त पैदल, घोड़े-खच्चरों और डंडी-कंडी के माध्यम से धाम पहुंचे. प्रशासन ने 31 जुलाई की रात आई अतिवृष्टि से ध्वस्त पैदल मार्ग को 26 दिनों में पुनः चालू किया. मार्ग सुधरने के बाद दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान फिर से खोल दिए हैं, और सुरक्षा व चिकित्सा सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं.
जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने कहा कि पैदल यात्रा मार्ग पर विधिवत आवाजाही हो रही है. यात्री अब घोड़े-खच्चरों से भी आवाजाही कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिये धाम सहित सम्पूर्ण पैदल यात्रा मार्ग पर सुरक्षा जवान, डॉक्टर, सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं. डीडीएम गुप्तकाशी के मजदूरों ने कम समय में पैदल यात्रा मार्ग को दुरूस्त किया है. यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करके उन्हे आगे भेजा जा रहा है. धाम पहुंचने पर भक्तों को अच्छे से दर्शन कराये जा रहे हैं.
महाराष्ट्र से आये कुछ भक्त भी पैदल यात्रा मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचे. धाम पहुंचने पर भक्तों ने बताया कि पैदल मार्ग आवाजाही के लिये सुरक्षित है. मार्ग पर दिक्कतें नहीं हैं. जहां कुछ दिक्कतें हैं भी तो वहां पर सुरक्षा जवान तैनात हैं. यात्रा मार्ग पर रहने और खाने की भी कोई परेशानी नहीं है. घोड़े-खच्चर भी आसानी से चल रहे हैं. धाम पहुंचने पर प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से अच्छे से दर्शन कराये जा रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार