Haridwar: जनाधिकार मोर्चे के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल उत्तराखंड को ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने की मांग की गई है.
महासचिव हेमा भंडारी ने हरिद्वार जिले में बढ़ती चेन स्नैचिंग और लूटपाट की घटनाओं पर चिंता जताई. उन्हाेंने हाल ही में हुई डकैती और हवाई फायरिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हरिद्वार एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, और इस तरह की घटनाओं से पर्यटकों का आना कम हाे सकता है, जिससे राज्य के राजस्व और स्थानीय रोजगार को नुकसान होगा.
भंडारी ने प्रदेशभर में महिलाओ के साथ हाे रही अपराध की घटनाओं पर भी सवाल उठाए और पुलिस प्रशासन काे नाकाम बताया. उन्होंने अंकिता भंडारी के माता-पिता काे अब तक न्याय न मिलने और ऋषिकेश में एक पत्रकार पर हुए हमले का जिक्र करते हुए प्रदेश में महिला सुरक्षा, व्यापारी सुरक्षा, और प्रेस स्वतंत्रता पर भी सवाल उठाए.
जिलाध्यक्ष संजू नारंग ने देहरादून के आईएसबीटी में हुए गैंगरेप के आरोपितों पर उचित कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई और संबंधित सरकारी कर्मचारियों की बर्खास्तगी की मांग की. अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे और सभी मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की.
ज्ञापन देने वालों में हेमा भंडारी, संजू नारंग, अर्जुन सिंह, डॉ. मेहरबान, कुर्बान अली, सावेज शाह, एहतेशाम अली, बिलाल, निजाम ख्वाजा, समीर, शाहनवाज, आरिफ, सलमान, मो. शाकिर, शाहबाज, फारुख अंसारी, निजाम ख्वाजा, सावेज शाह आदि कार्यकर्ता शामिल रहे.
हिन्दुस्थान समाचार