कोलकाता: पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के सरकारी अनुदान का बहिष्कार करने वाले क्लबों की संख्या बढ़ती जा रही है. आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक के दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में अब पूर्व बर्दवान के ‘पूर्व सातगछिया संहति’ क्लब ने सरकारी अनुदान को ठुकरा दिया है. क्लब ने घोषणा की है कि वे इस साल अनुदान नहीं लेंगे और इस पैसे का उपयोग गरीबों के कल्याण में किया जाना चाहिए.
संहति क्लब की दुर्गा पूजा इस वर्ष अपने 27वें वर्ष में प्रवेश कर रही है. क्लब के अध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कलना थाना प्रभारी को पत्र लिखकर इस बारे में सूचित किया. पत्र में उन्होंने लिखा, “वर्तमान परिस्थितियों के कारण हम इस वर्ष सरकारी अनुदान लेने में असमर्थ हैं. इसके बजाय अगर इस धनराशि को गरीबों के कल्याण और विकास कार्यों में खर्च किया जाए तो हमें अधिक संतोष होगा.”
आरजी कर कांड के विरोध में इससे पहले हुगली, मुर्शिदाबाद और अन्य जिलों के सात क्लब भी सरकारी अनुदान का बहिष्कार कर चुके हैं. इनमें हुगली के उत्तरपाड़ा के चार क्लब- बौठान संघ, उत्तरपाड़ा शक्ति संघ, आपके दुर्गा पूजा और कोन्नगर मास्टरपाड़ा सर्वजनिन दुर्गोत्सव समिति शामिल हैं. इन क्लबों ने भी आरजी कर प्रकरण के खिलाफ न्याय की मांग की है और इसके विरोध में सरकारी अनुदान नहीं लेने का निर्णय लिया है.
मुर्शिदाबाद के कृष्णपुर सन्न्यासीतला महिला दुर्गोत्सव समिति और जयनगर मजीलपुर नगरपालिका के सात और 14 नंबर वार्डों ने भी इसी तरह का कदम उठाया है. इसके अलावा, कोलकाता के मुदियाली के ‘हम कुछ लोग’ क्लब ने भी इस सरकारी सहायता को अस्वीकार कर दिया है. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस वर्ष प्रत्येक दुर्गा पूजा समिति को 85 हजार रुपये का सरकारी अनुदान देने की घोषणा की है.
हिन्दुस्थान समाचार