कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में वित्तीय अनियमितता की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम आज 3 जगहों पर ताबड़तोड़ रेडमारी की है. बता दें कि ईडी की टीम हावड़ास हुगली और सानारपुर में पहुंच कर जांच कर रही हैं. इससे कई तथ्य बाहर आने की उम्मीद है. दरवाजा बाहर से बंद होने के कारण वे अंदर नहीं जा सके. अधिकारियों ने थोड़ी देर इंतजार किया और फिर सीजीओ कॉम्प्लेक्स लौट गए.
ED raids underway at the residence of former principal of Kolkata’s RG Kar Medical College Sandip Ghosh and a few other places in Kolkata. ED had registered a case of PMLA in the financial irregularities case. Ghosh is presently in the custody of CBI: Sources
— ANI (@ANI) September 6, 2024
कुछ देरबाद टीम दोबारा वहां पहुंची. अभी भी घर के बाहर दरवाजा खुलने का इंतजार कर रहे हैं. संदीप के घर के बाहर केंद्रीय बलों के जवान भी तैनात हैं. ईडी ने शुक्रवार सुबह तीन और लोगों के घरों पर छापा मारा है. हावड़ा में बिप्लब सिंह और कौशिक कोल के घर पर छापेमारी चल रही है, जबकि सुभाषग्राम में प्रसून चटर्जी के घर पर ऐसी ही कार्रवाई की गई है.
सीबीआई ने सोमवार को संदीप घोष के साथ चिकित्सा उपकरण आपूर्ति से जुड़े बिप्लब को भी गिरफ्तार किया था. वहीं, प्रसून नेशनल मेडिकल कॉलेज में डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में काम करते थे और उन्हें संदीप का करीबी माना जाता है. आरजी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में संदीप के खिलाफ सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद ईडी ने उनके खिलाफ भी ईसीआईआर (इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दायर की थी. संदीप घोष को सोमवार शाम गिरफ्तार किया गया था. उनके साथ बिप्लब और एक मेडिकल शॉप के मालिक सुमन हाजरा को भी गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा, संदीप के सुरक्षा गार्ड अफसर अली को भी हिरासत में लिया गया.
मंगलवार को अलीपुर की विशेष सीबीआई अदालत ने संदीप समेत चारों आरोपितों को आठ दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया. गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग ने संदीप को निलंबित कर दिया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले की जांच के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई है. आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त को एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की हत्या और दुष्कर्म के मामले में भी संदीप घोष की भूमिका पर सवाल उठे थे. 15 अगस्त को सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए. अगले दिन उन्हें सॉल्टलेक से सीबीआई की गाड़ी में सवार होते देखा गया और उसके बाद से लगातार नौ दिनों तक उनसे पूछताछ की गई.
हिन्दुस्थान समाचार