Lebanon Explosion: लेबनान में इस वक्त दहशत का माहौल बना हुआ है. पेजर के बाद अब वॉकी-टॉकी, लेपटॉफ, रेडियो फोन से लेकर सोलर पेनल तक ज्यादातक इलेक्ट्रोनिक डिवाइस में धमाके हो रहे हैं. इन धमाकों में कुल मिलाकर अब तक 32 लोगों क मौत हो चुकी है. वहीं 450 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. इन धमाकों से पूरा देश सन्न हो गया है और हर तरह डर का माहौल है.
पिछले दिन लेबनान और सीरीया के कई शहरों में घंटेभर में हजारों की संख्या में पेजर और वॉकी-टॉकी फटने की घटना सामने आई थी. इन दुर्घटनाओं में 4000 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे. हिजबुल्लाह की तरफ से इन हमलों का जिम्मेदार इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को ठहराया जा रहा है.
ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी घायल
ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस घटना में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी घायल हुए हैं. आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह ने पेजर विस्फोट के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है. उल्लेखनीय है कुछ महीने पहले ही हिजबुल्लाह नेता हसन नसरुल्ला ने अपने लड़ाकों से स्मार्टफोन का इस्तेमाल न करने की अपील की थी. नसरुल्ला का कहना था कि इजराइल के पास स्मार्टफोन को हैक करने या उसमें से जानकारी निकालने की तकनीक है. समझा जा रहा है कि इस वजह से ही हिजबुल्लाह ने संचार माध्यम को बेहतर बनाने के लिए स्मार्टफोन की जगह पेजर का सहारा लिया. …और यही पेजर अनेक निर्दोषों की जान के दुश्मन बन गए.
ताइवान के हैं पेजर
द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, अमेरिकी और अन्य अधिकारियों के अनुसार, हिजबुल्लाह ने ताइवान की एक कंपनी से पेजर और बीपर्स मंगवाए थे. उनमें बहुत कम मात्रा में विस्फोटक लगाया गया. इन अधिकारियों के अनुसार, इजराइल ने मंगलवार को लेबनान में आयात किए गए ताइवान निर्मित पेजर के एक नए बैच के भीतर विस्फोटक सामग्री छुपाकर हिजबुल्लाह के खिलाफ अपना अभियान चलाया.
लेबनान पहुंचने से पहले इनमें की गई छेड़छाड़
कुछ अधिकारियों के अनुसार, हिजबुल्लाह ने ताइवान में गोल्ड अपोलो से जो पेजर मंगवाए, उनके लेबनान पहुंचने से पहले ही उनमें छेड़छाड़ की गई. अधिकांश पेजर कंपनी के एपी924 मॉडल के थे. इस शिपमेंट में तीन अन्य गोल्ड अपोलो मॉडल भी शामिल थे. दो अधिकारियों का दावा है कि प्रत्येक पेजर में बैटरी के बगल में एक से दो औंस जितना विस्फोटक पदार्थ लगाया गया. एक स्विच भी लगाया गया, जिसे विस्फोट करने के लिए दूर से चालू किया जा सकता था.
ऐसे अभियानों के विशेषज्ञ दो अधिकारियों ने कहा कि लेबनान में दोपहर 3:30 बजे पेजर में एक संदेश आया. समझा गया कि यह संदेश हिजबुल्लाह नेतृत्व का है. मगर इस संदेश ने विस्फोटकों को सक्रिय कर दिया और इसके बाद हुए धमाकों से दुनिया दहल गई.
हमास का साथ दे रहा है हिजबुल्लाह
फिलहाल इस घटनाक्रम पर इजराइली सेना ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार किया है. उल्लेखनीय है कि हमास ने पिछले साल अक्टूबर में इजराइल पर हमला किया था. इसके बाद गाजा में युद्ध शुरू हो गया. इस युद्ध में हिजबुल्लाह ने अपने सहयोगी हमास के समर्थन में इजराइल के खिलाफ हमले किए.
हिन्दुस्थान समाचार