Haridwar: श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े की पावन छड़ी यात्रा आगामी 14 अक्टूबर को उत्तराखंड के समस्त पौराणिक तीर्थ की यात्रा के लिए रवाना होगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीर्थयात्रा का शुभारंभ करेंगे.
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरी महाराज के निर्देश पर अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि, सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती ने अधिष्ठात्री देवी माया देवी मंदिर से पूजा-अर्चना कर पवित्र छड़ी को शुभ मुहूर्त में थानापति महंत आकाश गिरी, थानापति महंत ग्वालापुरी के नेतृत्व में नागा सन्यासियों के साथ बागेश्वर के लिए रवाना किया.
श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने बताया कि प्राचीन काल में पवित्र छड़ी यात्रा बागेश्वर से उत्तराखंड की यात्रा के लिए रवाना होती थी. इसी परंपरा का निर्वाह करते हुए पवित्र छड़ी बागेश्वर के लिए रवाना की गई है, जहां जूना खड़े के श्रीमहंत शंकर गिरी, श्रीमहंत पुष्कर राजगीरी पवित्र छड़ी को सरयू व गोमती नदी के पवित्र संगम में स्नान कराकर पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर उत्तराखंड की यात्रा का शुभारंभ करेंगे.
उन्होंने बताया पवित्र छड़ी आगामी तीन से 12 अक्टूबर तक नगर भ्रमण करेगी. इस बीच पवित्र छड़ी समस्त अखाड़ों, पौराणिक मंदिरों, आश्रमों व अन्य स्थानों पर पूजा अर्चना के लिए जाएगी. 13 अक्टूबर को हर की पौड़ी पर सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों, नागरिकों व नागा सन्यासियों के साथ श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों की उपस्थिति में मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाएगी तथा दुग्धाभिषेक कर यात्रा की सफलता का कामना करेंगे. उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर को शुभ मुहूर्त में पवित्र छड़ी उत्तराखंड के समस्त तीर्थों के लिए रवाना होगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पवित्र छड़ी यात्रा के शुभारंभ के लिए आमंत्रित किया गया है. छड़ी यात्रा का समापन सात नवंबर को होगा.
हिन्दुस्थान समाचार