Dehradun: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की धरती झारखंड से प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के लिए विकास नगर के सभावाला में स्वीकृत छात्रावासों का बुधवार को वर्चुअल शिलान्यास किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार की ओर से संचालित कार्यक्रमों का आशातीत लाभ देश के जनजातीय भाई-बहनों तथा बच्चों तक पहुंचे, यह सरकार की प्राथमिकता एवं प्रतिबद्वता है. जनजातीय समूह के परिवारों एवं बस्तियों को सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, विद्युत, सड़क, दूरसंचार सुविधा आदि सभी क्षेत्रों तक सुलभ पहुंच बनाने का भारत सरकार का संकल्प है. इसके लिए देश के लगभग 550 जिलों के 65000 जनजातीय समूहों के परिवारों को लाभान्वित किए जाने के लिए लगभग 80 हजार करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ किया गया. वहीं प्रधानमंत्री मोदी का वर्चुअल संबोधन बच्चों एवं अधिकारियों ने ध्यानपूर्वक सुना.
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने कहा कि आज यदि देश में प्रेम का भाव, पुष्ट संस्कृति और परंपराएं संरक्षित व जीवित हैं तो इसका श्रेय जनजातीय समाज को ही जाता है. शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य हो, इसके लिए सरकार संकल्पित है. राज्य की शिक्षा व्यवस्था देश में 16वें नंबर पर है. इस वर्ष प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को प्रथम 10 राज्यों में लाने का प्रयास है. कार्यक्रम के अंत में अपर राज्य परियोजना निदेशक व अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया.
इधर, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय ननूरखेडा में राज्य स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसका शुभारंभ विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया. साथ ही राज्य के लिए स्वीकृत छात्रावास के शिलापट्ट का अनावरण एवं उत्तराखंड की संस्कृति के अनुरूप पूजन कर निर्माण कार्य शुरू कराया. शिक्षा मंत्री के साथ त्रिपुरा के विधानसभा उपाध्यक्ष रामप्रसाद पाल व मणिपुर से बाबुल झा भी उपस्थित थे.
हिन्दुस्थान समाचार