नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में दीपावली से पहले ही प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चरण दो की पाबंदियां लागू होने के बावजूद बीते दिन मंगलवार शाम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 327 दर्ज किया गया जो कि बेहद खराब श्रेणी मानी जाती है.
#WATCH दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बेहद खराब होने के बाद प्रदूषण से निपटने के लिए शहर में पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 23, 2024
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में राजधानी में बारिश के आसार नहीं हैं. प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण आने वाले दिनों में दिल्ली का दैनिक औसत एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है.
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में एक्यूआई 300 के पार रिकॉर्ड किया गया. मंदिर मार्ग पर एक्यूआई 322, आईटीओ पर 308, चांदनी चौक में 208, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम के पास 335, पूसा में 299, पटपड़गंज में 329, आर के पुरम में 339, पंजाबी बाग में 356 एक्यूआई दर्ज किया गया. हरियाणा और पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में मौसमी पराली जलाने की खबरे भी आने लगी हैं. वहीं उत्तर प्रदेश: नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ स्तर पर पहुंच गई है, CPCB के अनुसार AQI 326 पर पहुंच गया है.
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किस श्रेणी का AQI कैसा होता है?
0 से 50 के बीच का एक्यूआई अच्छा माना जाता है.
AQI 51 से 100 के बीच संतोषजनक,
101 से 200 के बीच मध्यम,
201 से 300 के बीच खराब,
301 से 400 के बीच बहुत खराब
401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता काफी खराब होने के साथ सोमवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण दो को लागू किया है. इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में कोयले और जलाऊ लकड़ी के साथ-साथ डीजल जनरेटर के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है. निर्दिष्ट सड़कों पर दैनिक यांत्रिक सफाई और पानी का छिड़काव किया जाएगा और निर्माण एवं विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों को लागू किया जाना चाहिए. कचरा जलाने पर सख्त पाबंदी लगाई गई है. पार्किंग शुल्क भी बढ़ाया गया है.
हिन्दुस्थान समाचार