Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम को देवभूमि रजतोत्सव के रूप में मनाया जाएगा. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई. आगामी नवंबर माह में देवभूमि रजतोत्सव: उत्तराखंड रजतगाथा से संबंधित कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि उत्तराखंड के जनमानस, यहां की मिट्टी से प्रेम करने वाले प्रवासियों और उत्तराखंड के विकास में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष भागीदार बनने की चाहत रखने वाले युवा,महिला, किसान,कारीगर,पर्यावरणविदों,राज्य आंदोलनकारियों सभी को देवभूमि रजतोत्सव: उत्तराखंड रजतगाथा में भागीदार बनाया जाए.
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों से उत्तराखंड हर एक क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है, इसीलिए 06 नवंबर से 12 नवंबर तक विभिन्न दिवसों में समाज के विभिन्न पक्षों को आमंत्रित किया जाए और उनसे जुड़ी प्रेरक गतिविधियों को संपादित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उत्तराखंड की विकासगाथा में सभी की सक्रिय भागीदारी चाहते हैं और हमारे लिए सभी के विचारों का व्यापक महत्व है. इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद,स्वस्थ प्रतिस्पर्धात्मक क्विज प्रतियोगिता और महिला, किसान, वेंडर,स्वच्छकार, युवा, प्रवासियों सभी के लिए विशेष सम्मेलन, शिविर इत्यादि आयोजित किए जाएं ताकि सभी प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहे उत्तराखंड की विकासगाथा के साक्षी बन सके.
आगामी 06 नवंबर को दिल्ली में उत्तराखंड भवन का मुख्यमंत्री की ओर से लोकार्पण,07 नवंबर को देहरादून में उत्तराखंड प्रवासी सम्मेलन है. देवभूमि रजतोत्सव:उत्तराखंड रजतगाथा का 09 नवंबर को देहरादून में मुख्यमंत्री की ओर से शुभारंभ किया जाएगा. 08 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस और 12 नवंबर तक देवभूमि रजतोत्सव:उत्तराखंड रजतगाथा से जुड़े प्रेरक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. एक वर्ष बाद एक वर्ष तक चलने वाले इस पर्व का 2025 में कुमाऊं मंडल में इसका समापन किया जाएगा.
इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, दीपेंद्र चौधरी एवं विनोद कुमार सुमन, आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.
हिन्दुस्थान समाचार