उत्तरकाशी: उत्तराखंड का उत्तरकाशी जनपद गुरुवार को मस्जिद हटाने को लेकर दिनभर सुर्खियों में रहा. मस्जिद के विरोध में बाजार भी बंद थे. सुबह तक तो माहौल शांत था, लेकिन दोपहर बाद जब हिंदू संगठन के लोग जनआक्रोश रैली निकाल रहे थे तब बवाल मच गया. लाठीचार्ज और पत्थरबाजी हो गई. यहां तक कि पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. पत्थरबाजी और लाठीचार्ज में देवभूमि रक्षा अभियान के संस्थापक स्वामी दर्शन भारती समेत हिंदू संगठन के कई लोग घायल हो गए. सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है.
दरअसल, जिस मस्जिद और अवैध गतिविधियों को लेकर संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ, हिंदू संगठन व स्थानीय लोग जनाआक्रोश रैली निकाल रहे हैं, पुलिस-प्रशासन उस मस्जिद की सुरक्षा में जुटा हुआ है. जिला मुख्यालय से मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर हिंदू संगठन गुरुवार दोपहर बाद जनआक्रोश रैली निकाल रहे थे. हिंदू संगठनों की जनआक्रोश रैली मस्जिद की ओर कूच करना चाह रही थी, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की थी. बैरिकेडिंग हटाने को लेकर खूब नोंक-झोंक हुई, लेकिन पुलिस बल भारी संख्या में तैनात थी. बाद में प्रदर्शनकारी गंगोत्री हाईवे पर ही धरने पर बैठ गए.
शाम साढ़े चार बजे के बाद प्रदर्शनकारियों ने जब बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश की तो धक्का-मुक्की हो गई और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया. इससे कुछ महिलाएं एवं प्रदर्शनकारी चोटिल हो गए और माहौल पूरी तरह बिगड़ गया. वहीं, वरुणावत पर्वत की तलहटी से भीड़ पर पत्थर फेंके गए. पुलिस ने एक आंसू गोला भी छोड़ा, लेकिन प्रर्दशनकारियों ने बैरिकेडिंग पार कर कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच जमकर नारेबाजी किए. इधर, हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि ये पत्थर षड्यंत्र के तहत फेंके गए हैं.
पत्थरबाजी और लाठीचार्ज में 25 से ज्यादा चोटिल
जनआक्रोश महारैली के दौरान पत्थरबाजी और लाठीचार्ज में हिंदूवादी 18 पुरुष, दो महिलाएं और सात पुलिसकर्मी सहित कुल 27 लोग चोटिल हुए हैं. इसमें चिन्यालीसौड़ निवासी गोपेश मिश्रा (17) की पैर फैक्चर हो गई, जिन्हें इलाज के लिए देहरादून रेफर किया गया है.
सुबह बंद रहा बाजार, तीर्थयात्रियों को चाय-पानी तक नसीब नहीं
मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों के आह्वान पर उत्तरकाशी, भटवाडी़, डुंडा तहसील में संपूर्ण बाजार बंद रहा. इससे लोगों को खासकर तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी हुई. चाय-पानी तक नसीब नहीं हुई.
पुलिस ने लगाई बैरिकेडिंग, प्रदर्शनकारियों को मस्जिद की ओर जाने से रोका
पुराणों में गंगा के मायके सौम्य काशी के नाम से विख्यात गंगा तट पर स्थित शिवनगरी उत्तरकाशी ॐ नमः शिवाय और जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा. जनआक्रोश महारैली के दौरान मस्जिद हटाओ के नारे भी गूंजे. हालांकि पुलिस ने हिंदुओं की आक्रोश महारैली को बैरिकेडिंग लगाकर मस्जिद की ओर जाने से रोक दिया.
बंद रहा गंगोत्री हाईवे
गंगोत्री हाईवे स्थित भटवाड़ी रोड पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी थी. इससे गंगोत्री हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया. पुलिस ने गंगोत्री आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बडेथी बाईपास से तेखला की ओर यातायात डायवर्ट कर दिया.
बैरिकेडिंग के पास धरना देकर पढ़ा हनुमान चालीसा पाठ
जनआक्रोश रैली के दौरान हिंदू संगठनों को पुलिस ने भटवाडी़ रोड़ पर रोककर बैरिकेडिंग लगा दी तो प्रदर्शनकारियों ने हाईवे पर ही धरने पर बैठेकर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया. साथ ही शिवनगरी उत्तरकाशी में हिंदू संगठनों से जुड़े महंत केशव गिरि के नेतृत्व में ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप किया. इस दौरान स्वामी दर्शन लाल भारती, केशव गिरि महाराज, रेनू, लखपत सिंह भंडारी, जितेंद्र सिंह चौहान, सोनू सिंह नेगी, सूरज डबराल, व्यापार मंडल अध्यक्ष उत्तरकाशी रमेश चौहान, अंकपाल, राजेश उत्तराखंडी समेत अनेकों हिंदू मौजूद थे.
जिलाधिकारी ने निषेधाज्ञा के उल्लंघन का दिया हवाला, मस्जिद की बढ़ाई सुरक्षा
हिंदू संगठनों और पुलिस के बीच बढ़े तनाव के बाद मस्जिद की कड़ी सुरक्षा कर दी गई है. जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में प्रदर्शन के लिए संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ को सशर्त अनुमति के साथ पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था. प्रदर्शनकारी संगठन के नेताओं ने अनुमति की शर्तों के अनुसार तय रूट और समय के भीतर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की वचनबद्धता व्यक्त की थी. प्रदर्शन के लिए श्रीदेव सुमन मंच हनुमान चौक से होकर मुख्य बाजार, काली कमली धर्मशाला, बस स्टेशन से सिंगल तिराहा व विश्वनाथ चौक से होते हुए रामलीला मैदान तक रैली निकालने का रूट तय हुआ था. नगर में गुरुवार को धारा 163 बीएनएसएस के तहत निषेधाज्ञा भी लागू की गई थी.
एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात
जिलाधिकारी ने बताया कि पुलिस बल के साथ प्रदर्शन स्थल पर परगना मजिस्ट्रेट सहित पुलिस के अधिकारी भी तैनात थे, लेकिन प्रदर्शनकारी अनुमति की शर्तों, तय रुट प्लान तथा निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर सिंगल तिराहे पर लगाए गए बैरिकेट्स को तोड़ दिए और भीड़ ने पथराव भी किया. पथराव में कुछ पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी चोटिल हुए. इसके चलते पुलिस को बाध्य होकर स्थिति नियंत्रण करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. नगर में अभी स्थिति सामान्य है. प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए है. एहतियातन नगर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
हिन्दुस्थान समाचार