Haridwar: बीते दिन रुड़की में अचानक एक निर्माणाधीन पुल गिर जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए शासन ने जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है, जो एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी.
कावड़ यात्रा के दौरान स्थानीय निवासियों और कांवडि़यों को सहूलियत देने के लिए यह पुल बनाया जा रहा था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद लोहे के पुल के निर्माण का कार्य 2025 फरवरी महीने तक पूरा होना था. पुल गिरने से निर्माणदायी संस्था की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
इस मामले में अधिकारी पुल के गिरने की वजह लापरवाही नहीं बल्कि अचानक से गंगा में छोड़े गए पानी का तेज बहाव होना बता रहे हैं. हालांकि, गंगा में पानी छोड़ने से पहले सभी शहरों को इसका अलर्ट भेजा जाता है. बहरहाल, इस पूरे मामले को लेकर लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडेय ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. ये समिति इस पूरे मामले की जांच करेगी.मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग देहरादून को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. गोपेश्वर और देहरादून के अन्य दो अधिकारियों को इसका सदस्य बनाया गया है. तीन सदस्यीय यह टीम सात दिन के अंदर पुल टूटने की रिपोर्ट शासन को सौंपेगी.
हिन्दुस्थान समाचार