Dehradun: उत्तराखंड राज्य स्थपना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलन के शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड राज्य रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर गया है. हमारे राज्य आंदोलनकारियों की ओर से राज्य निर्माण के लिए किए गए संघर्षों के परिणामस्वरूप ही उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ. मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंड राज्य की नींव रखी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं.
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक खजान दास, राज्य आन्दोलनकारी रविन्द्र जुगरान उपस्थित थे. इस अवसर पर जनता को संबोधित करते हुए प्रदेश के विकास के लिए कई जरूरी घोषणाएं की हैं इसमें से कुछ महत्वपूर्ण इस प्रकार से हैं.
विभिन्न विभूतियां उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार से सम्मानित
मुख्यमंत्री धामी ने इस वर्ष के उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार से सम्मानित भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधाकर एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और डॉ. महेश कुड़ियाल को पुरस्कार के लिए शुभकामनाएं दी.
1. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि साल 2030 तक राज्य में 50 और उससे ज्यादा जनसंख्या वाले सभी गावों को सड़क से जोड़ा जाएगा. साथ ही सड़क दुर्घटनाओं से बचाव और रोकथाम के लिए एक समग्र प्रभावी नीति बनाई जाएगी.
2. प्रदेश में आपदा के चलते रास्ते और पुलों के बह जाने की सूरत में यातायात को सुचारू करने के लिए वैलीब्रिजों को स्थापित किया जाएगा.
3. उत्तराखंड में महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए और युवाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए नीतियां और योजनाएं बनाई जाएंगी.
4. खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के लिए जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे उन्हें पुरस्कार हेतु राज्य सरकार धनराशि देगी और अतिरिक्त पुरस्कार भी दिए जाएंगे.
5. उत्तराखंड से बाहर राज्यों में रहने वाले मूल निवासियों, प्रवासियों के लिए हर साल नवंबर के महीने में राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस मनाया जाएगा. इसी तरह विदेश में रहने वाले उत्तराखंड के लोगों के लिए जनवरी महीने में अंतर्राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस मनाया जाएगा.