Uttarakhand Foundation Day: हर साल 9 नवंबर के दिन को उत्तराखंड के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस साल प्रदेश का 24वां स्थापना दिवस सेलिब्रेट किया जा रहा है. साल 2000 में उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड राज्य के रूप में अलग हुआ था. इसे लेकर कई आंदोलनकारियों ने अपनी स्वतंत्र संस्कृति को बचाए रखने के लिए अभियान चलाया था. आज उत्तराखंड न केवल विकास के पथ पर तेजी से दौड़ता हुआ प्रदेश बना है बल्कि अपनी विशेष प्रभावी नीतियों से सभी का ध्यान खींचता है.
उत्तराखंड के कई ऐसे महत्वपूर्ण तथ्य हैं जोकि उसे देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक बनाते हैं. इसमें से कुछ नीचे बताए जा रहा हैं.
1. उत्तराखंड का भौगोलिक क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किलोमीटर है जिसमें से 46,035 वर्ग किलोमीटर हिस्सा पहाड़ी और केवल 7,448 वर्ग किलोमीटर हिस्सा मैदानी है.
2. उत्तराखंड देश और राज्यों से भी अपनी सीमाएं बांटता है. ये सीमाएं उत्तर-पूर्व में चीन का तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र, उत्तर-पश्चिम में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में नेपाल, और दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में उत्तर प्रदेश से लगती हैं.
3. उत्तराखंड को मुख्यतौर पर मोटे तौर दो भागों में बाटा जाता है जिसे मंडल भी कहते हैं. 1 कुमाऊं मंडल 2 गणवाल मंडल
4. उत्तराखंड हिमालय की दक्षिणी ढलान पर स्थित है यही कारण है कि ठंड और गर्मी दोनों मौसम होते हैं.
5. देवभूमि उत्तराखंड में कुल 13 जिले हैं इसमें से सबसे बड़ा जिला चमोली है वहीं सबसे छोटा चंपावत है.
6. वहीं प्रदेश में आबादी के लिहाज से सबसे ज्यादा अबादी वाला जिला हरिद्वार है.
7. उत्तराखंड 09 नवंबर साल 2000 में उत्तरांचल (वर्तमान) उत्तर प्रदेश से अलग हुआ था.
8. उत्तराखंड में कई प्रकार की जनजातियां भी निवास करती हैं इनमें से प्रमुख भोटिया, थारू, जौनसारी, बुक्सा, राजी, जाड़, हर की दून के खड़वाल, महीगीर, वनगुज्जर हैं. साल 1967 में भोटिया, थारू, जौनसारी, बुक्सा, और राजी को अनुसूचित जनताति की श्रेणी में रखा गया था.
9. उत्तराखंड में गणवाली, कुमाऊंनी, हिंदी, संस्कृत, जौनसारी, भोटिया मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषाएं हैं.
10. उत्तराखंड में कई मनोरम पर्यटन स्पॉट है जोकि बड़ी तादाद में टूरिस्टों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं. (केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, पंचकेदार).