नई दिल्ली: ठंड के दस्तक देने के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा में जहर घुला हुआ है. इस स्थिति के लिए अकसर पंजाब और हरियाणा में धान की कटाई के बाद पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है. दमघोंटू हवा के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रोज डरा रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में आज भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ में श्रेणी में रही. सुबह दिल्ली का औसत एक्यूआई 346 दर्ज किया गया.
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार भीकाजी कामा प्लेस इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
(वीडियो ड्रोन से सुबह 7:20 बजे शूट की गई है।) pic.twitter.com/d5vq4v7KzT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 11, 2024
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, आज सुबह एक्यूआई आनंद विहार में 377, मुंडका में 380, वजीरपुर में 390, जहांगीरपुरी में 407, आरकेपुरम में 368, ओखला में 338, बवाना में 400, विवेक विहार में 370 और नरेला में 352 दर्ज किया गया. सनद रहे 0 से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बेहद खराब, 401 और 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए ड्रोन से पानी का छिड़काव करने के फैसले के बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं. दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को आनंद विहार इलाके में प्रायोगिक तौर पर ड्रोन से पानी का छिड़काव किया. आनंद विहार को दिल्ली के सर्वाधिक प्रदूषित इलाकों में से एक माना जाता है.
राष्ट्रीय राजधानी में कल शाम भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब में श्रेणी में रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शाम चार बजे तक 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 335 (बहुत खराब) रहा. सुबह नौ बजे दिल्ली में एक्यूआई 334 दर्ज किया गया.
हिन्दुस्थान समाचार