उत्तराखंड के गढ़वाल से भाजपा सांसद अनिल बलूनी के नई दिल्ली स्थित आवास पर इगास बग्वाल उत्सव धूमधाम से मनाया गया. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, योगगुरु स्वामी रामदेव, आध्यात्मिक गुरु व कथावाचक धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री समेत अनेक लोग शामिल हुए.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी पहन रखी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने तुलसी के पौधे की पूजा की और उत्तराखंड की लोक संस्कृति के प्रति अपना आदर प्रकट किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कार्यक्रम की तस्वीरें साझा करते हुए सिलसिलेवार पोस्ट किया, “उत्तराखंड के मेरे परिवारजनों सहित सभी देशवासियों को इगास पर्व की बहुत-बहुत बधाई! दिल्ली में आज मुझे भी उत्तराखंड से लोकसभा सांसद अनिल बलूनी जी के यहां इस त्योहार में शामिल होने का सौभाग्य मिला. मेरी कामना है कि यह पर्व हर किसी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाए.”
उन्होंने कहा कि हम विकास और विरासत को एक साथ लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे इस बात का संतोष है कि लगभग लुप्तप्राय हो चुका लोक संस्कृति से जुड़ा इगास पर्व, एक बार फिर से उत्तराखंड के मेरे परिवारजनों की आस्था का केंद्र बन रहा है.
मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के मेरे भाई-बहनों ने इगास की परंपरा को जिस प्रकार जीवंत किया है, वो बहुत उत्साहित करने वाला है. देशभर में इस पावन पर्व को जिस बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है, वो इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है. मुझे विश्वास है कि देवभूमि की यह विरासत और फलेगी-फूलेगी.
ज्ञातव्य है कि दीपावली के 11 दिन बाद उत्तराखंड में इगास बग्वाल को बड़े धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है. इसे बूढ़ी दीपावली भी कहा जाता है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार