हरिद्वार: देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांति कुंज में देव डोलियों व वाद्ययंत्रों के समागम कार्यक्रम के अवसर पर बुधवार काे उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने शांतिकुंज के संस्थापक आचार्य श्रीराम शर्मा व माता भगवती देवी का स्मरण करते हुए कहा कि आचार्यजी ने जो पौधा लगाया था, वह आज वट वृक्ष बनकर युग निर्माण से राष्ट्र निर्माण की संकल्पना साकार कर रहा है.
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने कहा कि देव संस्कृति विश्वविद्यालय के पाठयक्रमों में राष्ट्र के नैतिक, बौद्धिक, सामाजिक व वैज्ञानिकता के सभी विषयों का अध्ययन एवं प्रबंधन सिखाया जाता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराएं विशेषताओं से भरी हुई है. देव डोलियां, देव यात्रा या देवरा यात्रा जैसी अनूठी परंपराएं भी देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक व पौराणिक संस्कृति का प्राचीन हिस्सा रही हैं, जो सदियों से आमजन की आस्था व विश्वास के प्रतीक एवं समाज को एकसूत्र में जोड़ने का काम भी करती रही हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित इस समागम की प्रशंसा करते हुए विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पांड्या को साधुवाद दिया. उन्हाेंने देव संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से अपनी पहचान के अनुरूप भारतीय संस्कृति व परंपराओं को संरक्षित करने के प्रयास की प्रशंसा की. इस दाैरान स्वामी ज्ञानानंद महाराज व देव संस्कृति विश्वविद्यालय के समस्त आचार्य एवं आचार्या समेत छात्र-छात्राएं एवं शांति कुंज के सभी प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे.
हिन्दुस्थान समाचार
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