Dehradun: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. कांग्रेस को बड़े अंतर से हराकर भाजपा ने न केवल यह सीट अपने कब्जे में रखी, बल्कि पार्टी के लिए यह जीत आगामी निकाय चुनावों और 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिहाज से भी अहम साबित हुई.
चुनाव परिणाम सामने आते ही भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. केदारनाथ से लेकर देहरादून तक भाजपा कार्यालयों में ढोल-नगाड़ों की गूंज सुनाई दी. समर्थकों ने मिठाइयां बांटी और विजय जुलूस निकाला. पार्टी के नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व और विकासवादी नीतियों की जीत करार दिया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ की यह जीत जनता के विश्वास और हमारी विकास योजनाओं का परिणाम है. भाजपा उत्तराखंड के हर क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता देती रहेगी.
उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने शनिवार को मीडिया से कहा कि केदारनाथ की जीत से भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ गया है. इस सफलता को पार्टी निकाय चुनावों और 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए अपने अभियान की नींव बना रही है. इस जीत से पार्टी को निकाय चुनाव में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़त हासिल करने का हौसला मिला है. केदारनाथ की सफलता ने भाजपा को यह विश्वास दिलाया है कि वह राज्य में अपनी पकड़ को और मजबूत कर सकती है.
भाजपा कार्यकर्ता बोले, हम आने वाले चुनावों में भी इसी तरह मेहनत करेंगे
भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस जीत को कमल के खिलने का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह परिणाम जनता की सेवा और विकास कार्यों का फल है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह जीत दिखाती है कि भाजपा ने विकास और जनता के भरोसे का सम्मान किया है. हम आने वाले चुनावों में भी इसी तरह मेहनत करेंगे.
जीत के फैक्टर
स्थानीय विकास योजनाएं : केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजना और चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित बनाने के लिए सरकार के कार्यों ने मतदाताओं को प्रभावित किया.
प्रधानमंत्री मोदी का प्रभाव : प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए केदारनाथ दौरे और धार्मिक स्थलों के विकास पर जोर ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया.
भाजपा का संगठनात्मक आधार : बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की मेहनत और चुनावी रणनीति की कुशलता ने भाजपा को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई.
हिन्दुस्थान समाचार