Sambhal Violence Update: संभल जिला मुख्यालय पर रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया.पथराव व आगजनी में तीन लोगों की मौत हुई है जबकि 20 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हैं. फायरिंग सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ को भी गोली लगी है. अबतक एक महिला समेत 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही इंटरनेट सेवा को भी निलंबित कर दिया गया है.
मुरादाबाद रेंज की डीआईजी मुनीराज ने बताया कि रविवार को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हुई है. मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में हुई. वहीं 20 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, जिनमें चार सीनियर अधिकारी हैं. बता दें कि इस हिंसा में अबतक चार लोगों की मौत हो चुकी है. हालात को काबू में करने के लिए 30 थानों की पुलिस को तैनात किया गया है. डीआईजी के मुताबिक, पुलिस ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए रात भर छापेमारी की है. इस दौरान अलग-अलग जगहों से कुछ अवैध हथियार और जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं.
वहीं पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के अनुसार क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने के लिए पहले शरारती तत्वों ने पथराव और आगजनी की फिर उसके बाद बचाव के लिए बच्चों और महिलाओं को आगे कर दिया. हिंसा के बाद नगर व जनपद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. जिले के प्रमुख चौराहों में चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग की गई. आम लोगों को डायवर्ट करके अन्य मार्गों से भेजा जा रहा है.
हिंसक घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है. पूरे इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है. इससे पहले हिसंक घटना पर पहुंची पुलिस को देखकर भीड़ से ताबड़तोड़ पत्थरबाजी शुरू कर दी गई. फायरिंग भी की गई. पुलिस अधीक्षक समेत कई पुलिस अधिकारी पहुंचे और भीड़ को समझाने लगे, लेकिन बेकाबू होते जा रहे थे. स्थिति को नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ने पड़े थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्भल की घटना को संज्ञान में लेकर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को हालात को काबू में और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद पुलिस एक्शन में आयी और भीड़ को काफी प्रयासों के बाद काबू में कर लिया. डीजीपी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा. लखनऊ से मॉनिटरिंग की जा रही है. हिन्दू पक्षकार के एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने बताया कि जामा मस्जिद में सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है.
सर्वे के दौरान मस्जिद कमेटी के सभी सदस्य एवं उनके एडवोकेट भी उपस्थित रहे.सर्वे के दौरान फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी कराई गई है. 29 नवंबर को कोर्ट के समक्ष एडवोकेट कमीशन की रिपोर्ट पेश की जाएगी. सर्वे का कार्य शुरू हाेने पर वहां बवाल होने लगा. जिसके कारण कुछ कार्य में विलम्ब हुआ.फिर भी सर्वे के कार्य को पूरा कर लिया गया है. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के सम्भल में जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची एएसआई टीम पर पथराव किया गया.
इसके बाद लोगों ने वाहनों को आग लगा दी. मौके पर पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव व फायरिंग की. इसके बाद पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. घटना के बाद क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. जनपद में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है.