Dehradun: बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की वर्चुअली बैठक मंगलवार को देहरादून स्थित केनाल रोड कार्यालय में हुई. बैठक में समिति के अधिकारियों, संस्कृत विद्यालयों और महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों, तथा यात्रा विश्राम गृहों के व्यवस्थापकों ने भाग लिया. बैठक का मुख्य उद्देश्य संस्कृत शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देना और तीर्थयात्रियों के लिए विश्राम गृहों-धर्मशालाओं में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना था.
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य संस्कृत शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना और तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक, सुरक्षित और स्वच्छ यात्रा अनुभव सुनिश्चित करना है.
बैठक में चर्चा की गई कि संस्कृत विद्यालयों और महाविद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं का सुधार, शिक्षकों की उपलब्धता, शिक्षण कक्षों और प्रयोगशालाओं की स्थिति को बेहतर बनाना आवश्यक है. साथ ही, छात्रावासों में सुधार, पेयजल, शौचालय निर्माण और खेलकूद की सुविधाओं को भी प्राथमिकता दी जाएगी. बैठक में प्रधानाचार्यों से इन सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए सुझाव लिए गए.
मंदिर समिति की धर्मशालाओं और यात्री विश्राम गृहों में तीर्थयात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए कई पहल की गई. इस संबंध में कक्षों की स्वच्छता, विद्युत आपूर्ति, पेयजल व्यवस्था, जनरेटर की सुविधा और पार्किंग की उचित व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित किया गया. प्रमुख यात्री विश्राम गृहों जैसे जोशीमठ, ऋषिकेश (चंद्रभागा और चेलाराम), पौड़ी, रूद्रप्रयाग, टिहरी और चमोली के प्रबंधकों ने भी इस बैठक में वर्चुअल रूप से भाग लिया और अपने-अपने क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता पर विचार प्रस्तुत किया.
अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी ने सभी प्रधानाचार्यों और व्यवस्थापकों को यह निर्देश दिए कि वे अपनी संबंधित समस्याओं और सुधारों के सुझाव मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल को शीघ्र प्रस्तुत करें.
मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने कहा कि बैठक में प्राप्त सुझावों और समस्याओं के समाधान के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी. मंदिर समिति का उद्देश्य सभी समस्याओं का समाधान करके तीर्थयात्रियों और विद्यार्थियों दोनों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करना है.
बैठक में सहायक अभियंता गिरीश देवली, विपिन तिवारी, मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल आदि शामिल थे.
हिन्दुस्थान समाचार