देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने उत्तराखंड की सभी सरकारों पर गैरसैंण के मुद्दे पर जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सभी सरकारों ने गैरसैंण को राजधानी बनाने के वादे किए हैं, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं किया है.
पौड़ी मंडल मुख्यालय में अधिकारियों की उपस्थिति को लेकर डॉ. रावत ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार और तत्कालीन डीआईजी कविराज सिंह नेगी को छोड़कर कौन सा अधिकारी पौड़ी में बैठकर जनता की समस्याएं सुनता है? उन्होंने कहा कि केवल इमारतें बनाने से राजधानी नहीं बनती.
विजय बहुगुणा के कार्यकाल का जिक्र करते हुए डॉ. रावत ने कहा कि उस समय उन्होंने मंच से ही कहा था कि देहरादून नियमित राजधानी और गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी है. लेकिन हकीकत में गैरसैंण को राजधानी बनाने का सिर्फ दावा किया जा रहा है.
डॉ. रावत ने आरोप लगाया कि सभी सरकारें गैरसैंण में केवल सत्र बुलाकर औपचारिकता निभाती हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक कुछ दिन शोर मचाते हैं और फिर सदन समाप्त हो जाता है. किसी को भी गैरसैंण की असली चिंता नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकारें उत्तराखंड आंदोलनकारियों और शहीदों के मंतव्यों का पालन नहीं कर रही हैं. यह स्थिति बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
हिन्दुस्थान समाचार