Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को नव वर्ष 2025 की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड गठन के 25वें वर्ष को हम देवभूमि रजत जयन्ती वर्ष के रूप में मना रहे हैं. राज्य की विषम भौगोलिक स्थिति को बेहतर वित्तीय प्रबंधन व स्थान विशेष की विशिष्टता की पहचान के साथ विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया गया है.
मुख्यमंत्री ने नववर्ष पर अपने संदेश में सभी प्रदेशवासियों के सुख, शांति व समृद्धि की कामना की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की ओर से अब तक की विकास यात्रा में कई नए आयाम स्थापित किए हैं. राज्य आंदोलन के मूल में उत्तराखंड के समग्र और संतुलित विकास की अवधारणा रही थी. इस भावना को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए पारदर्शिता जन सहभागिता एवं नई कार्य संस्कृति के साथ विकास की नई गाथा लिखने की उल्लेखनीय पहल की गई है.
उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास के प्रयासों के साथ प्रकृति और संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन, त्वरित आर्थिक विकास के प्रेरक सेक्टरों की पहचान कर पर्यटन, खेती, बागवानी, पशुपालन जैसे सम्भावनाशील क्षेत्रों में अभिनव और दूरगामी प्रयासों से देश में अपनी अलग पहचान बनाने में राज्य को सफलता मिली है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन आकांक्षाओं की पूर्ति और समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के प्रति हम प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं. जन अपेक्षाओं के अनुरूप सुनियोजित एवं त्वरित विकास की दशा व दिशा तय करने में भी हम न सिर्फ कामयाब रहे हैं बल्कि कई क्षेत्रों में राज्य हित से जुड़े कार्यक्रमों को लागू करने में उम्मीद से बढ़कर सफलता भी मिली है. विकास की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और विकास की दृष्टिगत किए जा रहे प्रयासों व नवाचारों को नीति आयोग की ओर से सराहा गया है. इसका परिणाम रहा है कि राज्य को सतत विकास सूचकांक में देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है.
हिन्दुस्थान समाचार