नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज देश विकसित भारत की संकल्पसिद्धी में जुटा है और इसमें भारतीय रेलवे का विकास अहम है. पिछला एक दशक भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक परिवर्तनों का रहा है. अब वह समय दूर नहीं है जब जल्द ही देश में बुलेट ट्रेन दौड़ेगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नए जम्मू रेलवे मंडल और तेलंगाना में चरलापल्ली स्थित नए टर्मिनल स्टेशन के उद्घाटन तथा ईस्ट कोस्ट रेलवे के रायगढ़ा रेलवे मंडल भवन के शिलान्यास करने के बाद संबोधित कर रहे थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछला एक दशक भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक परिवर्तनों का रहा है. रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा बदलाव आया है. आज देश विकसित भारत की संकल्पसिद्धी में जुटा है और इसमें भारतीय रेलवे का विकास अहम है. इससे देश की छवि बदली है और देशवासियों का मनोबल भी बढ़ा है. उन्होंने कहा कि भारत में रेलवे के विकास को हम चार पैरामीटर्स पर आगे बढ़ा रहे हैं. पहला- रेलवे के इंफ्रास्ट्र्कचर का आधुनिकीकरण, रेलवे के यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं, रेलवे की देश के कोने-कोने में कनेक्टिविटी और रेलवे से रोजगार का निर्माण, उद्योगों को सपोर्ट. आज के इस कार्यक्रम में भी इसी विजन की झलक दिखाई दे रही है.
मोदी ने कहा कि 2-3 दिन पहले उन्होंने एक वीडियो देखा, जिसमें वंदे भारत ट्रेन का नया स्लीपर वर्जन ट्रायल के तौर पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रहा था. उन्होंने कहा कि यह देखकर सभी देशवासियों को अच्छा लग रहा है. मोदी ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है वह समय दूर नहीं जब देश में पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी.
प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में रेल कनेक्टिविटी का भी अद्भुत विस्तार हुआ है. वर्ष 2014 तक देश में सिर्फ 35 प्रतिशत रेल लाइनों का विद्युतीकरण हुआ था. आज भारत, रेल लाइनों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के करीब है. इसके अलावा, हमने रेलवे की पहुंच को भी लगातार विस्तार किया है. बीते 10 वर्षों में 30 हजार किमी. से ज्यादा नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं. साथ ही सड़क संपर्क बढ़ाने के लिए हजारों ओवरपास और अंडरपास भी बनाए गए हैं. मोदी ने कहा कि लोग कम समय में लंबी दूरी तय करना चाहते हैं, इसलिए हमने पूरे देश में हाई-स्पीड ट्रेनों की भारी मांग देखी है. आज, देशभर में 136 वंदे भारत ट्रेनें 50 से अधिक मार्गों पर चल रही हैं, जिससे लोगों काे यात्रा करना आरामदायक व सुविधाजनक हाे गई है.
उन्होंने कहा कि हमारा जम्मू-कश्मीर आज रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में नए रिकॉर्ड बना रहा है. उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन की चर्चा आज पूरे देश में है. ये परियोजना जम्मू-कश्मीर को देश के और हिस्सों के साथ और बेहतरी से जोड़ेगी. इसी परियोजना के तहत दुनिया के सबसे उंचे रेलवे आर्च ब्रिज चिनाब का काम पूरा हुआ है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री माेदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नए जम्मू रेलवे मंडल और तेलंगाना में चरलापल्ली स्थित नए टर्मिनल स्टेशन के उद्घाटन तथा ईस्ट कोस्ट रेलवे के रायगढ़ा रेलवे मंडल भवन के शिलान्यास किया है. नए बने जम्मू रेल डिवीजन में 742.1 किलोमीटर रेल संचालित हाे रही है. जिसमें पठानकोट-जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला (423 किलोमीटर मार्ग), बटाला (छोड़कर)-पठानकोट (68.17 किमी), भोगपुर -सिरवाल-पठानकोट (87.21 किमी) और पठानकोट-जोगिंदर नगर (छोटी लाइन, 163.72 किमी) शामिल हैं.
हिन्दुस्थान समाचार