उत्तराखंड में इन दिनों बड़ी संख्या में अवैध मदरसों को चलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस दिशा में सख्त कदम उठाने के बाद अब इसके सही आंकडे़ं सामने आने लगे हैं. सरकार को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में हल ही में उधम सिंह नगर के नंबर कुछ साफ हुए हैं जिसके मुताबिक अकेले इस जिले में ही 129 अवैध मदरसे सरकारी नजर में आए हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अवैध मदरसों को लेकर योगी सरकार अभियान चला रही है जिस वजह से ज्यादातर मदरसे उत्तराखंड की सीमा पर तराई वाले इलाकों में आ बसे हैं. इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया था कि वो जिलाधिकारियों की मदद से इन अवैध मदरसों से जुड़ी जानकारी दें. इसी क्रम में उत्तराखंड के डीजीपी को भी अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि इस समय मदरसा बोर्ड के पास इन अवैध संचालित हो रहे मदरसों से जुड़ी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हैं. जिसके बाद सरकार इसकी खुद जांच कर रही है.
इस दौरान मदरसों में कराई जाने वाली पढ़ाई की भी जांच हो रही है कि वो सरकारी मानकों के अनुकूल है भी या फिर नहीं. इस तरह के पाठ्यक्रमों को पढ़ाने के लिए कई बार मदरसों को सरकारी मदद भी दी जाती है. उत्तराखंड मदरसा बोर्ड इन संस्थानों में विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, हिंदी जैसे विषयों के साथ संस्कृत, श्लोक और गीता पढ़ाने का भी दावा करता है. मगर जीमीनी स्तर पर ऐसा कुछ होता हुआ दिखाई नहीं देता है.
उधम सिहं नगर के एडीएम की तरफ से बताया गया कि उनकी जांच में 129 मदरसे चिह्नित किए गए हैं जोकि अवैध तरीके से चल रहे हैं. वहीं इस तरह की जानकारियां भी सामने आ रही हैं कि पूरे प्रदेश में इस समय तकरीबन 2 हजार मदरसे अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं. इसमें दूसरे राज्यों के बच्चे आकर शिक्षा ले रहे हैं. ऐसे में इन पर कई सवाल खड़े होते हैं कि बच्चे इतना दूर आकर क्यों पढ़ रहे हैं, इनकी फंडिंग कौन करता है, खातों में पैसे कौन डालता है? सरकार भी इनसे जुड़ी जानकारियां पाने में जुटी हुई है. इन पर आने वाले समय में सरकार कोई सख्त एक्शन ले सकती है.