Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहा आस्था का महाकुंभ इन दिनों देश सहित पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है. सनातन की आस्था के इस महाकुंभ में करोड़ों लोग डुबकी लगा चुके हैं. हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार संगम के पवित्र जल में अब अब तक 14.76 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. वहीं दूसरा शाही स्नान मौनी अमावस्या पर होना है जिसके मध्यनजर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम देखने को मिल रहा है.
बता दें कि मौनी अमावस्या धार्मिक और महाकुंभ के नजरीए से काफी महत्वपूर्ण दिन है. ऐसै में जारी रिपोर्ट्स से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस दौरान गंगा स्नान करने के लिए 8-10 करोड़ लोग प्रयागराज आ सकते हैं. ऐसे में इतने बड़े स्तर पर सभी के लिए व्यवस्था करने के लिए प्रशासन की तरफ से कड़े इंतजाम किए गए हैं. खबरों के मुताबिक सरकार की तरफ से प्रयागराज और इसके आप-पास के सभी 10 जिलों के एसपी को भी प्रयाग में डिप्लोय किया गया है. वहीं इतने व्यापक स्तर पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रशासन के उच्च स्तरीय अधिकारियों को भी वहीं तैनात किया गया है.
हो रही हैं हाई लेवल मीटिंग
मौनी अमावस्या के मौके पर गंगा तट पर 44 नए घाट बनाए गए हैं. इन घाटों पर लोगों के स्नान ध्यान की सभी तैयारियां की गई हैं. हर एक घाट पर एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, नायब तहसीलदार जैसे अधिकारियों को तैनात किया गया है ताकि व्यवस्था को चाख चौबंद रखा जा सकें.
वहीं महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी एसडीएम, पीसीएस जैसे उच्चस्तरीय अधिकारी हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं. इसी बीच खुफिया एजेंसियों की तरफ से महाकुंभ में हाई अलर्ट भी जारी किया गया है. मौनी अमावस्या से पहले ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है. अखाड़ों से लेकर साधुसंत और आम लोगों के लिए रैन बसेरे और होटल खचाखच भरे पड़े हैं.
मेला क्षेत्र बना नो व्हीकल जोन
मेला प्रशासन और कुम्भ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं. पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है. संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है. इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा.
आईसीसीसी भीड़ प्रबंधन के लिए सक्रिय
स्नान के लिए संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) मॉनिटरिंग कर रहा हैं. भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्यवाही के लिए विशेष दल तैनात हैं. प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है. साथ ही, अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है.
पार्किंग की हैं विशेष व्यवस्था
सभी पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है, जहां श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं भी मिल रहीं हैं. ट्रैफिक प्लान के अनुसार पहले सबसे पास की पार्किंग में वहां पार्क कराए जा रहे और इसके बाद दूसरी पार्किंग को उपयोग में किया जा रहा हैं. सभी क्षेत्र में 2000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि लोग सही दिशा में आसानी से जा सकें.