Delhi Election 2025 Voting Live Updates: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह सात बजे सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है. सुबह से ही कई मतदान केंद्रों में मतदाताओं की लंबी कतार लगी हुई नजर आ रही हैं. दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. चप्पे-चप्पे पर जवान पहरा दे रहे हैं. शाम 5 बजे तक के मतदान के आंकडे सामने आ गए हैं, इसके मुताबिक 5 बजे तक 57.70 प्रतिशत हो चुका है. वहीं जैसे-जैसे दिन चढ़ता जा रहा है पोलिंग बूथों पर वोटर्स की संख्या भी बढ़ रही है.
#DelhiElection2025 | Voter turnout of 57.70% recorded till 5 pm, according to Election Commission of India pic.twitter.com/Jw5oqGCx6b
— ANI (@ANI) February 5, 2025
चुनाव आयोग के अनुसार दोपहर 3 बजे तक दिल्ली के विभिन्न जिलों में मतदान का प्रतिशत इस प्रकार रहा है. केन्द्रीय दिल्ली में 43.45 प्रतिशत, पूर्वी दिल्ली 47.09, नई दिल्ली 43.10, उत्तरी दिल्ली 46.31, उत्तर पूर्वी दिल्ली 52.73, उत्तर पश्चिमी दिल्ली 46.81, शाहदरा 49.58, दक्षिणी दिल्ली 44.89, दक्षिण पूर्वी 43.91, दक्षिण पश्चिमी 48.32, पश्चिमी दिल्ली 45.06 प्रतिशत मतदान हुआ है.
दोपहर एक बजे तक सबसे अधिक मतदान मुस्तफाबाद सीट पर 43 प्रतिशत हुआ. इसके बाद सीलमपुर में 40.25 प्रतिशत मतदान हुआ है. सबसे कम मतदान मॉडल टाउन में 25.87 और कस्तूरबा नगर में 28.60 प्रतिशत हुआ.
इस बार का दिल्ली का मुकाबला काफी दिलचस्प रहने वाला है वहीं मतदाता भी इस लोकतंत्र के उत्सव में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. आज शाम 6 बजे तक 699 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद होगा.
#WATCH | Delhi: Voters queue up at a polling booth in Lodhi Road to cast their votes for #DelhiAssemblyElections2025
Polling on all 70 Assembly constituencies of Delhi is underway. pic.twitter.com/kur7trBFwG
— ANI (@ANI) February 5, 2025
दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 56 लाख 14 हजार है. इनमें से 83 लाख 76 हजार 173 पुरुष और 72 लाख 36 हजार 560 महिला मतदाता है. इसके अतिरिक्त 1,267 ट्रांस्जेंडर मतदाता और 12,736 सेवा मतदाता हैं. 79,885 दिव्यांग मतदाता हैं. वहीं पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 2,39,905 है.
प्रधानमंत्री ने की खास अपील
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा है, ”दिल्ली विधानसभा चुनाव में आज सभी सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. यहां के मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लें और अपना कीमती वोट जरूर डालें. इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे सभी युवा साथियों को मेरी विशेष शुभकामनाएं. याद रखना है- पहले मतदान, फिर जलपान!”
इन बड़े चेहरों ने डाला वोट
दिल्ली के इस चुनावी दंगल में अबतक कई दिग्गज मतदान कर चुके हैं. विदेशमंत्री एस. जयशंकर, आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी, भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, नई दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित, कालकाजी से कांग्रेस प्रत्याशी अल्का लांबा, बीजेपी नेता सतीश उपाध्याय, प्रत्याशी विजेंद्र गुप्ता सहित कई दिग्गजों ने मतदान कर दिया है.
इस बार दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है. आआपा प्रमुख अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. कालकाजी में मुख्यमंत्री आतिशी, भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा मैदान में हैं. दिल्ली की सभी विधानसभा सीटों पर 699 उम्मीदवार मैदान में हैं.
कालकाजी सीट पर कड़ा मुकाबला
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री आतिशी लगातालांर दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. उन्हें भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से कड़ी टक्कर मिल रही है. वहीं इस सीट से पहली बार चुनाव लड़ रहे रमेश बिधूड़ी ने जीत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पूरी ताकत झोंक दी है. यह मुकाबला इतना रोचक हो चुका है कि रमेश और आतिशी एक दूसरे पर कई बार आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिख चुके हैं.
किसके सिर सजेगा ताज ?
इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी टक्कर नई दिल्ली लोकसभा सीट है. इसे सबसे ज्यादा हॉट सीट माना जा रहा है, यहां से आआपा से अरविंद केजरीवाल, भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे है. केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से चौथी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. केजरीवाल के सामने भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं.
अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस
पिछले दो चुनावों में जीरो प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. उसके नेता और उम्मीदवार अपने खोए हुए मतदाताओं, खासकर अल्पसंख्यकों और दलितों को वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. पार्टी लगभग दो दर्जन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इन क्षेत्रों में समर्थन वापस पाने के लिए अपने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के जरिए प्रचार कर रही है.