पेरिस: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस पहुंच चुके हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पीएम का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. आज फ्रांस में एआई (कृत्रिम मेधा) एक्शन समिट है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समिट की सह अध्यक्षता करेंगे. इसके अलावा वहां दोनों नेता द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे.
PMO tweets, ” Prime Minister Narendra Modi interacted with French President Emmanuel Macron and US Vice President JD Vance”
PM Modi is attending a dinner hosted by French President Emmanuel Macron pic.twitter.com/q7cQ83IEVf
— ANI (@ANI) February 10, 2025
फ्रांस के मीडिया के अनुसार, राष्ट्रपति मैक्रों ने शासनाध्यक्षों और राष्ट्राध्यक्षों के सम्मान में एलिसी पैलेस में स्पेशल भोज का आयोजन किया. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए. मोदी और मैक्रों ने गले लगकर मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर के फोटो अपने एक्स हैंडल पर साझा किए. प्रधानमंत्री मोदी की रात्रिभोज में प्रौद्योगिकी क्षेत्र के सीईओ और समिट में आमंत्रित कई अन्य विशिष्ट व्यक्तियों से भी मुलाकात हुई. इनमें अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस प्रमुख हैं. रात्रिभोज पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि पेरिस में अपने मित्र राष्ट्रपति मैक्रों से मिलकर खुशी हुई.
पीएम मोदी और मैक्रों प्रतिनिधिमंडल स्तर पर भी बातचीत करेंगे. साथ ही भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करेंगे. दोनों नेता कल प्रथम विश्वयुद्ध में बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मजारगुएज युद्ध स्मारक का दौरा करेंगे. इसके अलावा मार्सिले में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी और मैक्रों कैडारैचे भी जाएंगे. कैडारैचे उच्च-विज्ञान परियोजना का केंद्र है. इस परियोजना को अंतरराष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर (आईटीईआर) के रूप में जाना जाता है. फ्रांस से प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका जाएंगे.
एआई एक्शन समिट की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि अब फ्रांस और यूरोप मिलकर अमेरिका और चीन जैसी अन्य वैश्विक शक्तियों के खिलाफ दौड़ में बने रहने के लिए महत्वपूर्ण कृत्रिम मेधा परियोजनाओं के लिए लालफीताशाही को तोड़ें. उन्होंने कहा कि एआई परियोजनाओं पर ”हम नोट्रे डेम डे पेरिस रणनीति को अपनाएंगे” सबको याद होगा कि फ्रांस ने 2019 की आग में हुई तबाही के पांच साल के भीतर ऐतिहासिक कैथेड्रल का पुनर्निर्माण किया. उन्होंने यह उद्गार राजधानी पेरिस के दिव्य और भव्य ग्रैंड पैलैस में तकनीकी उद्योग के मालिकों और राजनीतिक नेताओं सहित उपस्थित लोगों के बीच व्यक्त किए.
हिन्दुस्थान समाचार