पाकिस्तान का लाहौर शहर को भगवान श्री रामचंद्र के बेटे ने बसाया था इसका शहर का कनेक्शन इतिहास से रहा है, जबकि कसूर शहर की स्थापना उनके दूसरे बेटे कुश ने की थी. हाल ही में कांग्रेस नेता और बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने वहां पहुंचकर लव की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की है जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही है.

कांग्रेस नेता और BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला आज शुक्रवार को लाहौर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लव की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर उनके साथ पाकिस्तान के गृहमंत्री नकवी भी मौजूद रहे. राजीव शुक्ला ने अपने सोशल मीडिया पर लव की समाधि की तस्वीरें भी साझा की.
लाहौर के प्राचीन क़िले में प्रभु राम के पुत्र लव की प्राचीन समाधि है लाहौर नाम भी उन्ही के नाम से है । वहाँ प्रार्थना का अवसर मिला । साथ में पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी जो इस समाधि का जीर्णोद्धार करवा रहे हैं । मोहसिन ने मुख्यमंत्री रहते यह काम शुरू करवाया था । pic.twitter.com/XUhyP0ZC67
— Rajeev Shukla (@ShuklaRajiv) March 6, 2025
उन्होंने अपने एक्स पर ट्वीट कर लिखा ‘लाहौर के नगरपालिका रिकॉर्ड में दर्ज है कि इस शहर का नाम भगवान राम के बेटे लव के नाम पर रखा गया था और कसूर का नाम उनके दूसरे बेटे कुश के नाम पर रखा गया था. पाकिस्तान सरकार भी इस तथ्य को मानती है.” उन्होंने आगे कहा, “लाहौर के प्राचीन किले में भगवान राम के पुत्र लव की प्राचीन समाधि है, और लाहौर का नाम भी उन्हीं के नाम पर पड़ा है. मुझे वहां प्रार्थना करने का अवसर मिला.”
बता दें कि यह जगह भारत पाकिस्तान के साझा इतिहास का बड़ा उदाहरण है. साल 1947 में विभाजन से पहले यह जगह हिंदू आबादी से भरी हुई थी जहां आज केवल इतिहास की ही कुछ निशानियां शेष हैं. ऐतिहासिक दस्तावेजों की बात करें तो 982 में हुदूद ए आलम में लाहौर का सबसे पहली बार उल्लेख मिलता है. इसका इतिहास काफी पुराना है.