Holi 2025: होली की रौनक हर जगह देखने को मिल रही है. हर साल होली का पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है मगर इसकी तैयारियां कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं. मार्केट से लेकर गलियों और चौक-चौराहों तक हर कोई मस्ती के रंग दिखाई देते हैं.
होली का त्योहार रंगों की मस्ती के साथ अपने खान पान के लिए भी जाना जाता है, आज आपको उत्तराखंड के ऐसे ही खास पकवान और मिठाइयों के बारे में बता रहे हैं जिसके बिना होली अधूरी है.
आलू के गुटके और पहाड़ी चटनी

कुमाऊं के प्रसिद्ध आलू के गुटकों के बिना होली का त्योहार अधूरा है. उत्तराखंड में ज्यादातर लोग इन जायकेदार आलुओं को पहाड़ी धनिया चटनी के साथ गर्मागर्म सर्व किया जाता है. इसे मेहमानों के सामने परोसने की परंपरा है.
होली पर गुजिया

होली का त्योहार हो गुजिया न बने ऐसा नहीं हो सकता. उत्तरी भारत के कई भागों में गुजिया बड़े ही चाव से खाई जाती है. मैदा या सूजी की पतली परत में खोये और ड्राई फ्रूट की स्टफिंग इस मिठाई को बनाया जाता है. इस बार होली पर इसे ट्राई करना न भूलें.
झार के लड्डू

उत्तराखंड में झार के लड्डू प्रमुख रूप से खाये जाते हैं. बेसन, गुड़ और ड्राई फ्रूट से तैयार हुए ये लड्डू न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि स्वाद के नजरीए से पौष्टिक भी होते हैं. इस मिठाई के साथ होली पर मूंह मिठा करना बिल्कुल न भूलें.
स्पेशल ठंडाई

होली पर उत्तराखंड में स्पेशल ठंडाई पीने की भी परंपरा है. पान, भांग, बादाम, इलायची समेत कई फ्लेवर्स के साथ ठंडाई को परोसा जाता है. होली पर स्वाद के साथ मूड रिफ्रेश करने के लिए इस पेय को शामिल जरूर करें.
कंडाली का साग

उत्तराखंड में कड़ाली नामक पेड़ की नरम पत्तियों को तोड़कर, लोहे की कढ़ाई में ढककर कंडाली का साग मनाया जाता है. इसे स्पेशल मसालों के साथ पकाकर होली पर गर्मागर्म सर्व किया जाता है. होली पर कंडाली का साग खासतौर पर सर्व किया जाता है.