गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भारी बर्फबारी और विशाल हिमखंडों के चलते यात्रा मार्ग बाधित हो गया है. निरीक्षण के लिए गई तीन सदस्यीय टीम छोटी लिनचोली से आगे नहीं बढ़ सकी. फिलहाल, छोटी लिनचोली से केदारनाथ तक पैदल आवाजाही संभव नहीं है. लोक निर्माण विभाग (एलएनडी) ने शुक्रवार से बर्फ हटाने का कार्य शुरू करने की योजना बनाई है.
छोटी लिनचोली से आगे पैदल चलना मुश्किल
कुछ दिन पहले ही राजस्व उप निरीक्षक राजीव नखोलिया और लोक निर्माण विभाग के कनिष्ट अभियंता जय मखलूगा और योगेंद्र सिंह रावत गौरीकुंड से केदारनाथ में वर्तमान हालातों का जायजा लेने के लिए पैदल मार्ग से रवाना हुए थे. तीन सदस्यीय दल को गौरीकुंड से रवाना हुआ तो दल को जंगलचट्टी से छोटी लिनचोली तक आधा फीट से तीन फीट तक बर्फ मिली.
छोटी लिनचोली से आगे चार फीट से अधिक बर्फ है. साथ ही यहां टीएफटी चट्टी में विशालकाय हिमखंड पसरा मिला, जिससे पार कर आगे बढ़ना मुश्किल था. यहां शुरूआत से ही हिमखंड जोन में ऊपरी तरफ से बर्फ से खिसकने का खतरा भी बना है.
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने दल के हवाले से बताया कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड से छोटी लिनचोली तक बर्फबारी से रास्ता पूरी तरह से सुरक्षित है. कुछ स्थानों पर हल्की टूटफूट हो रखी है, जिसकी जल्द मरम्मत कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि छोटी लिनचोली से केदारनाथ तक अभी पैदल आवाजाही मुश्किल है. यहां से आगे सभी हिमखंड सक्रिय हैं और काफी बड़े क्षेत्र में फैले हुए हैं. उन्होंने बताया कि अगर मौसम ठीक रहा तो हिमखंड के मई मध्य तक पिघलने की उम्मीद है.
आज से शुरू होगा बर्फ सफाई का काम
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने बताया कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ सफाई का कार्य आज शुक्रवार से शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि पहले चरण में 70 से 80 मजदूर भेज दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि 20-20 मजदूरों की अलग-अलग टीमें गठित कर उन्हें अलग-अलग स्थानों पर बर्फ साफ की जाएगी. बताया कि मौसम ने साथ दिया तो अप्रैल पहले सप्ताह तक रास्ते से बर्फ साफ कर दी जाएगी. इसके बाद केदारनाथ धाम में चरणबद्ध बर्फ की सफाई कर आवाजाही के लिए रास्ता तैयार किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार