Holi 2024: उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और पारंपरिक रंगों की अनूठी छटा गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में देखने को मिली. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी को इस रंगों के त्योहार की बधाई भी दी हैं.
आप समस्त प्रदेशवासियों को स्नेह, प्रेम और सौहार्द के पावन पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएँ! ईश्वर से प्रार्थना है कि हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाला यह पर्व आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा, खुशियाँ और समृद्धि लेकर आए।#HappyHoli pic.twitter.com/VXj1j1nape
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 14, 2025
होली मिलन समारोह के अवसर पर एक तरफ, हारूल नृत्य करते जौनसारी कलाकार, तो दूसरी तरफ, अपनी ही धुन में मगन होली गीत गातीं नाचतीं लोहाघाट से आईं महिला कलाकार. इन सबके बीच, पौड़ी जिले के राठ क्षेत्र से आई सांस्कृतिक टोली का अपना आकर्षण था, थारू जनजाति का नृत्य तो छोलिया नृत्य करते अल्मोड़ा के कलाकारों की अपनी मस्ती.
आप समस्त प्रदेशवासियों को हर्ष और उल्लास के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि रंगों का यह त्योहार आप सभी के जीवन में खुशहाली, सौहार्द, सुख-समृद्धि और आत्मीयता के अनगिनत रंग भरे।#HappyHoli pic.twitter.com/EAZ4HDJSGX
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 14, 2025
होली मिलन समारोह के अन्य आकर्षण के केन्द्र में गढ़वाल-कुमाऊं से लेकर जौनसार तक का होली गायन था, नृत्य था. लोक संस्कृति का वह प्रभाव भी था, जो उत्तराखंड को सांस्कृतिक तौर पर विशिष्टता प्रदान करता है. सीएम आवास के खुले परिसर में आयाेजित कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोक संस्कृृति के तमाम रंग बिखरे, जिनमें उत्तराखंड की सांस्कृतिक एकता और समृृद्धि के दर्शन हुए.
शासकीय आवास लौटते समय गढ़ी कैंट क्षेत्र में काफिला रुकवा कर वहां ड्यूटी पर तैनात भारतीय सेना के वीर जवानों को रंग लगाकर और मिठाई भेंट कर रंगों के इस पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं।
हमारी सेना के ये वीर योद्धा न सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा करते हैं, बल्कि हर परिस्थिति… pic.twitter.com/O1XrysTyOd
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 13, 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के आमंत्रण पर सीएम आवास पर सांस्कृृतिक दलों का एक मेला सा जुटा. होली के गीत गूंजे. पारंपरिक गायन हुआ. ढोल, मंजीरे बजे. पारंपरिक वाद्य यंत्रों की संगत ने होली गीतों के प्रभाव को और बढ़ा दिया. आओ दगड़ियो, नाचा गावा, आ गई रंगीली होली का आह्वान यदि अल्मोड़ा से आए कलाकारों ने किया, तो राठ क्षेत्र के कलाकारों ने गाया-आई डान्ड्यू बसंत, डाली मा मौल्यार.
राठ क्षेत्र कला समिति के कलाकार इस बात से बेहद खुश दिखे कि उन्हें विशेष तौर पर बुलाया गया. अपने होली के गीतों से इस समिति ने कम समय में खास पहचान बनाई है. इस समिति के प्रमुख प्रेम सिंह नेगी ने कहा कि हमारा 19 सदस्यीय दल सीएम आवास पर प्रस्तुति देकर गौरवान्वित है. लोहाघाट के शिवनिधि स्वयं सहायता समूह के दल का आकार बड़ा रहा. इस दल में 54 सदस्यों ने होली गीतों पर बेहतरीन प्रस्तुति दी. इस ग्रुप की प्रमुख अलका का कहना है-उन्होंने पहली बार सीएम आवास में प्रस्तुति दी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लोक कलाकारों के संग होली के रंगों में पूरी तरह से रंगे नजर आए. उन्होंने विभिन्न दलों के कलाकारों के साथ काफी समय बिताया. उनके साथ वह थिरके भी. ढोल, थाली और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर हाथ भी आजमाया.
उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों से आए लोक कलाकारों ने इस मौके पर कहा कि लोक संस्कृति पर सीएम अच्छा काम कर रहे हैं. खटीमा की वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप थारू उत्थान समिति के कलाकारों के 20 सदस्यीय दल ने भी अपनी प्रस्तुति दी. इस दल के बंटी राणा व रिंकूू राणा का कहना था कि बेहतर काम करने वाले कलाकारों को तलाश कर अवसर दिए जा रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार