उत्तराखंड में तेजी से HIV के मामले सामने आ रहे हैं, बीते 15 महीनों में कुमाऊं मंडल में ही अकेले 477 नए मामले सामने आ गए हैं. इन सभी मामलों ने हेल्थ सेक्टर को स्तब्ध कर दिया है. इस वायरस की चपेट में आने वालों में 370 पुरुष, 98 महिलाएं, 8 बच्चे हैं. इसी बीच एक मामला ट्रांसजेंडर का भी सामने आया है. जानकारी के मुताबिक इन सभी मामलों में अधिकांश लोग वो हैं जो ड्रग्स का सेवन करते हैं.
खबर के मुताबिक सुशीला तिवारी अस्पताल के प्रशासन की तरफ से आंकड़े जारी किए गए हैं. इसके मुताबिक साल 2010 से लेकर 2025 तक कुल 4824 केस रजिस्टर्ड किए गए हैं.
इन सभी मरीजों में 880 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है.
जबकि 450 मरीजों का ट्रांसफर हो गया है.
वहीं सामने आए आंकड़ों के मुताबिक 816 लोग अपना इलाज नहीं करा रहे हैं.
वर्तमान समय में 2536 HIV संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है.
आंकड़ों की मानें तो कुमाऊं की सबसे बड़ी हल्द्वानी जेल में बंद 38 एचआईवी संक्रमित बंदी भी हैं, जिसमें एक महिला कैदी भी शामिल है.
सामने आए सभी मरीजों का सुशीला तिवारी के ART सेंटर में ट्रीटमेंट चल रहा है.
HIV वायरस के लक्षण
एचआईवी वायरस के हर व्यक्ति पर अलग लक्षण हो सकते हैं, साथ ही यह महिलाओं और पुरुषों में भी अलग होते हैं. इनमें से कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार से हैं-
ठंड लगना
गले में खरास
मांसपेशियों में दर्द
बुखार
शरीर पर चकत्ते होना
रात को पसीना आना
थकान होना
ज्वाइंट पेन
ग्रंथियों में सूजन
बचाव के उपाय
एचआईवी वायरस मुख्य रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है. आगे चलकर यह घातक बीमारी का रूप से सकता है अत: इससे बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि लोगों के इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाए, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में और द्रव व तरल पृदार्थों को साथ ग्रहण करने से बच सकते हैं. वहीं सेफ सेक्स की आदत लाकर भी इससे बच सकते हैं.