काशी विश्ववनाथ की तर्ज पर उत्तराखंड के हरिद्वार के कायाकल्प की तैयारी है. यहां अब हर की पौड़ी कॉरिडोर बनाया जाएगा. डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में करीब तीन हजार करोड़ की लागत से इस कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर ये कॉरिडोर बनाया जाएगा. इस कॉरिडोर के निर्माण में हरकी पैड़ी, कनखल, सतीकुंड, संन्यास रोड, भूपतवाला क्षेत्र, भारतमाता मंदिर, मनसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर आदि का कायाकल्प किया जाएगा.
स्थानीय व्यापारियों से भी कॉरिडोर को सुंदर बनाने के लिए सुझाव लिए जाएंगे. कॉरिडोर में हर की पौड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इस कॉरिडोर की घोषणा के बाद लोग इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं. उत्तराखंड दुनिया भर में अपने मंदिरों के लिए जाना जाता है. यहां विश्व प्रसिद्ध हरिद्वार की हर की पौड़ी में दूर-दूर से लोग स्नान करने आते हैं. हर की पौड़ी क्षेत्र को विकसित करने के लिए यहां कॉरिडोर बनने जा रहा है. कॉरिडोर का प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार ने पास भी कर दिया है. जल्द ही इस पर एक कमेटी बनाई जाएगी और रूप रेखा तैयार कर निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा. साल 2027 से पहले हर की पौड़ी कॉरिडोर को बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
काशी और उज्जैन की तर्ज पर हरिद्वार की हर की पौड़ी को कॉरिडोर का स्वरूप दिया जाएगा. इसको लेकर शासन और प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसमें मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. बतया जा रहा है कि हर की पौड़ी में इस कॉरिडोर के लिए जरूरी सर्वे वगैरा का कार्य किया जा रहा है. अतिक्रमण और सड़कें चौड़ी करने को लेकर स्थानीय व्यापारियों से चर्चा भी होनी है. हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह का कहना है हरिद्वार हर की पौड़ी कॉरिडोर एक बड़ी योजना है. तीन हजार करोड़ की लागत से हर की पौड़ी कॉरिडोर के लिए सभी तकनीकी मानकों का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा.